Kirodi Lal Meena: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर प्रदेश में अलग राजनीति चल रही है. जहां लोकसभा चुनाव के दौरान यह बयान देने वाले किरोड़ी लाल मीणा, जिन्होंने कहा था कि कन्हैया लाल मीणा के हारने पर मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. वहीं दौसा लोकसभा सीट से कन्हैया लाल जब सच में हार गए तो, विपक्ष लगातार उनकी इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. वहीं उनकी सरकार की तरफ से कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं आ रही है. ऐसे में मीणा खुद ही अपने बयानों में बुरी तरह फंस गए है. लेकिन किरोड़ी लाल मीणा अब अपनी मनसा साफ कर रहे हैं कि वह मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे.
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कई दफा यह सार्वजनिक मंच पर बयान दिया था कि, अगर दौसा से कन्हैया लाल मीणा की हार होती है तो वह अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने यहां तक कहा था कि उन्हें पीएम मोदी को भी इस बारे में वादा कर चुके हैं. हालांकि, जब कन्हैया लाल मीणा की हार हो गई तो किरोड़ी लाल मीणा का दांव उलट उनके ऊपर ही पड़ गया है.
पार्टी की ओर से भी नहीं आ रहा कोई बयान
बता दें, किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर बीजेपी पार्टी के नेता भी चुप्पी साधे हुए हैं. इस पर वह किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. हाल ही में जब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से इस बारे में सवाल किया गया था. तो उन्होंने भी कहा था कि सभी लोग किरोड़ी लाल मीणा के पीछे ही क्यों पड़ गए हैं. हालांकि सीपी जोशी ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे से इनकार नहीं किया.
इस्तीफे की मांग की बीच किरोड़ी लाल मीणा का आया बयान
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की मांग को लेकर जहां राजनीति तेज हो गई है. वहीं किरोड़ी लाल मीणा का नया बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा कि वह राजस्थान के कृषि मंत्री हैं और प्रदेश को कृषि क्षेत्र में आगे ले जाने की वह पूरी कोशिश करेंगे. यानी साफ है कि किरोड़ी लाल मीणा अब इस्तीफा देने के मूड में नहीं हैं. उनसे कई बार इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया है लेकिन वह हमेशा इस पर चुप्पी साधते हैं. अब वह खुल कर कह रहे हैं कि वह राजस्थान के कृषि मंत्री हैं.
किरोड़ीलाल मीणा नहीं देंगे मंत्री पद से इस्तीफा...!#Rajasthan pic.twitter.com/F3nHFuOMo6
— Avdhesh Pareek (@Zinda_Avdhesh) June 16, 2024
राजनीति बन गया है उद्योग
किरोड़ी लाल मीणआ ने सिरोही में कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति आज सेवा नहीं बल्कि उद्योग बन गया है. भ्रष्टाचार का इतना बोलबाला है कि जैसे ही कोई फाइल उठाता हूं. उसमें घोटाला ही निकलता है. हमारे विभाग के कुछ ऐसे अधिकारी थे जो लंबे समय से अपने पद पर बने हुए थे. उन्हें हटाया तो शोर मच गया. मीणा ने सभी राजनेताओं को अध्यात्म का पाठ पढ़ाने की अपील भी की है.
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