Rajasthan politics: राजस्थान में इस समय राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के जरिए आदिवासियों को डीएनए टेस्ट की सलाह दिए जाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मामला बढ़ता देख भले ही शिक्षा मंत्री ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया हो, लेकिन इस पर चर्चा का माहौल अभी भी गर्म है. इसी सिलसिले में अब राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
राजनीतिक लाभ लेने के लिए देते हैं बेबुनियाद बयान- डॉ. किरोड़ी लाल मीणा
कृषि मंत्री मीणा ने भारत आदिवासी पार्टी (BAAP) के सांसद राजकुमार रोत के जरिए शिक्षा मंत्री और सीएम भजनलाल शर्मा के रक्त, नाखून और बाल के नमूने डीएनए टेस्ट के सेंपल भेजने के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कृषि मंत्री मीणा ने रविवार को सवाई माधोपुर दौरे के दौरान सांसद रोत के बयान पर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसे बेबुनियाद बयान देते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता.उन्होंने आगे कहा कि हम सभी सनातनी और हिंदू हैं.
सांसद रोत के बयान पर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने दी प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि इस समय शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के सांसद राजकुमार रोत के बीच जुबानी जंग चल रही है. जिसमें डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सांसद रोत के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. हालांकि, जब मीडिया ने उनसे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान को लेकर सवाल किया तो कृषि मंत्री मीना ने इसे टाल दिया.
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिया था ये बयान
दरअसल,राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कुछ दिन पहले मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वह (आदिवासी) हिंदू हैं कि नहीं, ये अपने पूर्वजों से पूछेंगे. हमारे यहां वंशावली लिखने वालों से पूछेंगे. वह कौन हैं यदि वह हिंदू नहीं हैं तो उनका डीएनए टेस्ट कराएंगे कि क्या वह लोग अपने पिता की औलाद है या नहीं. दिलावर ने ये टिप्पणी बीएपी के सदस्यों के इस दावे के बाद आई कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं.