Rajasthan Politics: बाड़मेर में हो गया बड़ा खेला, कांग्रेस से गठबंधन के बाद भी RLP कार्यकर्ताओं ने भाजपा को समर्थन देने का किया ऐलान

Barmer Lok Sabha Seat: बाड़मेर के आरएलपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. लोकसभा चुनाव में आरएलपी और कांग्रेस से गठबंधन होने के बाद भी बाड़मेर के आरएलपी कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को वोट देने की घोषणा की है.

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बाड़मेर के भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी के साथ आरएलपी के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता.


Lok Sabha Elections 2024: 13 राज्यों की 88 सीटों पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान कल यानि की 26 अप्रैल को होना है. इस चरण की सबसे चर्चित सीटों में राजस्थान का बाड़मेर लोकसभा सीट भी शामिल है. बाड़मेर से भाजपा-कांग्रेस की सीधी टक्कर के बीच निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र भाटी ने पूरा समीकरण बिगाड़ दिया है. भाटी को मिल रहे अपार जनसमर्थन से दोनों दलें चितिंत है. इस बीच मतदान से ठीक एक दिन पहले बाड़मेर में एक बड़ा राजनीतिक खेल हो गया है. दरअसल राजस्थान में लोकसभा चुनाव कांग्रेस और आरएलपी एक साथ लड़ रही है. कांग्रेस ने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के समर्थन में नागौर में प्रत्याशी नहीं उतारा है.

दूसरी ओर बाड़मेर में आरएलपी से आए उम्मेदाराम को कांग्रेस ने टिकट दिया है. लेकिन कांग्रेस-आरएलपी गठबंधन के बावजूद बाड़मेर में आरएलपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी से बगावत करते हुए भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. 

भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने का ऐलान

दरअसल गुरुवार को बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस और आरएलपी के बीच गठबंधन को बड़ा झटका दे दिया है. बाड़मेर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित कर प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने की घोषणा की है. इस दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पूर्व संयोजक गजेंद्र चौधरी ने कहा कि हमारी पार्टी का प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन है. बाड़मेर जैसलमेर के स्थानीय नेताओं के विरोध के बाद भी यह गठबंधन हुआ. 

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कांग्रेस नेताओं को यह गठबंधन पसंद नहींः गजेंद्र चौधरी

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पूर्व संयोजक गजेंद्र चौधरी  ने आगे कहा कि बाड़मेर में कांग्रेस के बड़े नेताओं को यह गठबंधन पसंद नहीं है. इसी के चलते इन नेताओं ने आरएलपी के कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान नहीं दिया. यहां तक कि इन नेताओं ने इस गठबंधन के तहत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की एक भी सभा नहीं करवाई. ऐसे में आरएलपी कार्यकर्ताओं ने बाड़मेर में भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने का ऐलान किया है. 

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2019 में हनुमान बेनीवाल की गाड़ी पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चलाए थे पत्थर

आरएलपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि 2019 में भाजपा आरएलपी गठबंधन के दौरान बायतु खेमा बाबा मंदिर में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और हनुमान बेनीवाल की गाड़ी पर पथराव किया गया था. उस पथराव में कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल थे. गजेंद्र चौधरी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से समर्थन की बात को लेकर इशारे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का हर एक कार्यकर्ता स्वयं जागरूक है. उसे किसी इशारे की जरूरत नहीं रहती. 

बाड़मेर में नहीं हुई हनुमान बेनीवाल की कोई रैली

गजेंद्र चौधरी ने आगे कहा कि इसी के चलते राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सभी कार्यकर्ता ऐसे चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी का समर्थन कर रहे हैं. और कल चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करेंगे. आपको बता दे कि इससे पहले चुनावी सभाओं में हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर का नाम लिए बिना चुनाव प्रचार करने को लेकर मंच से कह चुके हैं कि जिन लोगों ने उनकी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को तोड़ने का काम किया उनके लिए चुनाव प्रचार करने के लिए व नहीं जाएंगे.

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