
Health Tips: अक्सर हम अपने आस-पास पेड़ों और घरों के किनारों पर लगे फूलों के कुछ साधारण से गुच्छों को देखते हैं. हम उन्हें शायद कभी खास उपयोगी नहीं समझते, लेकिन ये आम से दिखने वाले फूल गुणों में बेहद चमत्कारी होते हैं. हम बात कर रहे हैं मधुमालती की. यह साधारण सी होने के बावजूद अपनी खूबसूरती से मन मोह लेती है, बल्कि इसके औषधीय गुण त्वचा, पाचन, बुखार और डायबिटीज जैसी कई समस्याओं से निजात दिलाने में भी कारगर हैं.
रात में फूलों का रंग हो जाता है सफेद
मधुमालती सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि फिलीपींस और मलेशिया जैसे अन्य देशों में भी पाई जाती है. इसकी खासियत यह है कि रात में जब मधुमालती के फूल खिलते हैं तो उनका रंग सफेद होता है, लेकिन सूर्य की किरणों के संपर्क में आते ही वे धीरे-धीरे गुलाबी और फिर लाल रंग में बदल जाते हैं. अक्सर एक ही गुच्छे में आपको सफेद, गुलाबी और लाल रंग के फूल एक साथ देखने को मिल जाते हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं.
सेहत के लिए मधुमालती के चमत्कारी फायदे
मधुमालती के फूल और पत्तियां कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर हैं:
- सर्दी-जुकाम और कफ में राहत: सर्दी-जुकाम और कफ की स्थिति में मधुमालती का काढ़ा बेहद फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए, 1 ग्राम तुलसी के पत्ते, 2-3 लौंग, 1 ग्राम मधुमालती के फूल और 2 पत्तों को मिलाकर काढ़ा बनाएं.दिन में 2-3 बार इस काढ़े का सेवन करने से आपको जल्द आराम मिल सकता है.
- गठिया के दर्द और सूजन में लाभकारी: मधुमालती में सूजन-रोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) गुण होते हैं। यही वजह है कि यह गठिया के दर्द और सूजन से राहत दिलाने में भी लाभकारी साबित होती है.
- डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक: डायबिटीज के मरीजों के लिए भी मधुमालती फायदेमंद हो सकती है. मधुमालती के 5-6 पत्तों या फूलों का रस निकालकर दिन में दो बार सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
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