Rajasthan News: झालावाड़ के 22 वर्षीय युवक अनुदित गौतम की 22 दिसंबर को यूक्रेन में अचानक हृदय घात के चलते मौत हो गई थी. युवक यूक्रेन से MBBS की पढ़ाई कर रहा था. 11 जनवरी को अपनी पढ़ाई पूरी कर वापस भारत लौटने वाला था कि उससे पहले वह काल की चपेट में आ गया. यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे अनुदित गौतम की मौत के बाद उसका शव झालावाड़ पहुंचा. शव पहुंचते ही परिजनों सहित पूरे इलाके में मातम पसर गया. युवक के शव को सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए 8 दिनों का समय लगा 29 दिसंबर को शव को झालावाड़ लाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
गौरतलब है कि अनुदित यूक्रेन के चेर्निविस्ती शहर में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. अनूदित के पिता झालावाड़ कलेक्ट्रेट में लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता संयोगिता गौतम अध्यापिका है गौतम का परिवार झालावाड़ की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहता है.
8 दिनों तक बेटे की मौत का गम सीने में छुपाए रखा
अनुदित के पिता सुमंत शर्मा को युक्रेन से ही फोन पर उसकी मौत की खबर उसी दिन मिल गई थी, लेकिन उसका शव नहीं पहुंचने तक वे अपने माता-पिता व पत्नी को जवान बेटे की मौत की सूचना नहीं दे सकते थे. क्योंकि सूचना देने के बाद अनुदित के दादा-दादी और माता को संभाल पाना बेहद कठिन हो जाता. शुक्रवार शाम जब तक अनुदित का शव झालावाड़ नहीं पहुंचा जब तक अनुदित के पिता को इस कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ा. 8 दिन तक परिवार को पता नहीं चले इसलिए अनुदित के पिता अपने जवान बेटे की मौत का गम अपने दिल में दबाए रहें.
शव देख बिखर पड़ा परिवार
शुक्रवार शाम अनुदित का शव जैसे ही झालावाड़ पहुंचा तो पूरा परिवार बिलख पड़ा. बड़ी मुश्किल से रिश्तेदारों व मोहल्लेवासियों ने उन्हें संभाला और ढाढंस बंधाया. अनुदित यूक्रेन में एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र था. 22 दिसंबर को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वह उसकी मौत हो गई. डॉक्टर्स का कहना है की तीव्र हृदयघात से उसकी मौत हुई है.
11 जनवरी को लौटना था झालावाड़
अनुदित की युक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी हो गई थी और उसे 11 जनवरी को झालावाड़ लौटना था. यूक्रेन से उसकी वापसी की टिकट भी फाइनल हो गई थी. इसको लेकर परिजनों में काफी खुशी थी, लेकिन खुशी ज्यादा दिन नहीं रही और 22 दिसंबर को अनुदित की मौत की खबर आ गई. अनुदित की मौत की सूचना उसकी माता एवं बीमार दादा-दादी को नहीं दी गई थी.
ICU में उपचार का बनाया बहाना
अनुदित की मां रोजाना अपने बेटे से फोन पर बात किया करती थी, साथ ही दादा-दादी भी अपने पोते से बातचीत करते रहते थे. 22 दिसंबर को उसकी मौत हो जाने के बाद आखिर बात कैसे हो पाती? ऐसे में उनको बताया गया था कि अनुदित की तबीयत खराब है और वह है अस्पताल के आईसीयू में दाखिल है. अनुदित की माता जब भी उसके पिता से उसकी तबीयत के बारे में सवाल करती है तो वह कहते कि अनूदित जल्दी ही ठीक हो जाएगा.