Rajasthan Accident: बूंदी शहर में मेडिकल स्टूडेंट की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, गुस्साए स्टूडेंट्स ने सड़क पर जाम लगा दिया. मामला बढ़ता देख बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा. पूरे समय मेडिकल स्टूडेंट मेडिकल कॉलेज अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. स्टूडेंट्स में साथी छात्र की मौत को लेकर इतना गुस्सा था कि वह किसी की कोई बात सूने को तैयार नहीं थे.
पुलिस और छात्रों में नोकझोंक
आक्रोशित छात्रों ने बूंदी जिला कलेक्ट्रेट के गेट को बंद करने की भी कोशिश की. इस दौरान कोतवाली पुलिस के जवानों और छात्रों के बीच भी नोक झोंक देखी गई. स्टूडेंट्स को पुलिस की सख्ती का सामना करना पड़ा, पुलिस कर्मियों ने छात्रा को वहां से हटा दिया. मौके पर बूंदी अस्पताल के डॉक्टर का भी समर्थन मिल गया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर छात्रों से मिलने पहुंचे और उन्होंने भी छात्र के परिवार को 5 करोड़ रुपए मुआवजा देने और सरकारी नौकरी की मांग की और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
मेडिकल स्टूडेंट को जिला अस्पताल पहुंचाया
मेडिकल कॉलेज से छात्र रविवार को लोमेश जांगिड़ अपने साथी एलिश के साथ बाइक से बूंदी अस्पताल आ रहा था. नवल सागर तालाब के पास रोडवेज बस ने दोनों छात्रों को कुचल दिया. दुर्घटना में गंभीर घायल दोनों मेडिकल स्टूडेंट को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. उसके साथी एलिश का इलाज चल रहा है. दुर्घटना की सूचना पर अन्य स्टूडेंट नाराज हो गए. अस्पताल पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. इसके बाद नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और सड़क जाम कर दी.
कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े
जिला कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे. आक्रोशित स्टूडेंट्स का आरोप था कि उनके साथी की मौत मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है. अब इस मामले में वह केवल जिला कलेक्टर से ही वार्ता करेंगे. एसडीएम एचडी सिंह ने आक्रोशित स्टूडेंट्स को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, स्टूडेंट सड़क जाम करके बैठे रहे.
पीड़ित परिवार को 5 करोड़ देने की मांग
प्रदर्शन कर रहे हैं छात्रों को बूंदी जिला अस्पताल के डॉक्टरों का भी साथ मिल गया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंचे और उनसे बातचीत की. बूंदी जिला प्रशासन दूसरों पर मांग पत्र में बताया कि छात्र की मौत का मुख्य कारण मेडिकल कॉलेज के सामने मुख्य बस्टैंड नहीं होने के कारण हुई है. मेडिकल कॉलेज के सामने बस स्टैंड होता तो यह दुर्घटना नहीं घटती. मृतक लोमेश के परिजनों को 5 करोड और एक परिजन को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की.
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