
Madan Dilawar: राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर इन दिनों स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. हाल ही में कई स्कूलों में निरीक्षण के दौरान पाई गई गड़बड़ियों के बाद आवश्यक निर्देश के साथ जिम्मेदारों पर कार्रवाई के निर्देश दिये थे. वहीं इसी क्रम में बुधवार (10 सितंबर) को जयपुर जिले के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान लापरवाही सामने आने पर उन्होंने विद्यालय के प्रिंसिपल और अनुपस्थित दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए.
मंत्री सबसे पहले प्रातः 8:03 बजे महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दरमी कलां, सांगानेर पहुंचे. निरीक्षण के समय शिक्षक स्टाफ रूम में बैठे थे और मंत्री को देखते ही कक्षाओं की ओर दौड़े. जब प्रार्थना सभा के आयोजन के बारे में पूछा गया तो प्रिंसिपल ने बताया कि अभी-अभी सभा समाप्त हुई है, जबकि सभी बच्चे पहले से कक्षाओं में मौजूद थे.
मंत्री जी ने सवाल किया आखिर छुट्टी ली कैसे
मंत्री ने प्रिंसिपल कक्ष में बैठकर सबसे पहले शिक्षकों की उपस्थिति जांची. इस दौरान कंप्यूटर शिक्षक लेवल-1 रामकुमार और मोहनलाल यादव बिना अनुमति अनुपस्थित मिले. इस पर मंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र चल रहा है, ऐसे में बिना सक्षम स्तर से छुट्टी की अनुमति लिए अवकाश कैसे लिया गया. दोनों शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए. वहीं शिक्षक सरोज गुप्ता के अवकाश को मेडिकल लीव बताया गया.
स्कूल के कैश बुक की भी जांच की
इसके बाद मंत्री ने स्कूल की कैश बुक की जांच की. कैश बुक में 23 जुलाई 2025 के बाद से कोई भी प्रविष्टि दर्ज नहीं पाई गई. विकास, राजकीय और स्थानीय—तीनों कैश बुक में कोई भी इंद्राज नहीं होने पर प्रिंसिपल से कारण पूछा गया तो उन्होंने बाबू की अनुपस्थिति का हवाला दिया. निरीक्षण में कक्षाओं की सफाई व्यवस्था भी लचर मिली. कमरे गंदगी और धूल मिट्टी से भरे हुए थे, यहाँ तक कि झाड़ू तक नहीं लगा था. साथ ही सभी शिक्षकों के पास मोबाइल पाए गए, जबकि मोबाइल प्रिंसिपल के पास जमा कराने के निर्देश पहले से जारी हैं. मंत्री द्वारा पूछे गए कई सवालों का संतोषजनक उत्तर न दे पाने पर प्रिंसिपल हेमेंद्र सिंह के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए.
बच्चे नहीं दे पाए सवालों के जवाब
इसके बाद मंत्री दिलावर सीधे पी.एम. श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयसिंहपुरा पहुंचे. यहां निरीक्षण में सभी छात्र अपनी कक्षाओं में तथा सभी शिक्षक पढ़ाई में व्यस्त पाए गए. विद्यालय की साफ-सफाई संतोषजनक मिली और छात्र भी निर्धारित गणवेश में उपस्थित थे. परिसर में मियावाकी पद्धति से पौधारोपण भी किया गया था. हालांकि, बच्चों का शैक्षिक स्तर कमजोर पाया गया. निरीक्षण में कक्षा नौ के छात्रों से इंग्लिश का आधारभूत प्रश्न पूछा गया, लेकिन वे सही उत्तर नहीं दे पाए. इसी तरह कक्षा चार के विद्यार्थियों को हिंदी पढ़ाते समय कविता सुनाने को कहा गया, मगर बच्चा कविता ठीक से नहीं पढ़ सका. इस पर मंत्री ने पठन-पाठन की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया.
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