Hanumangarh News: मारपीट, छीना झपटी, चोरी, नशा तस्करी की घटनाओं में लगातार होता इजाफा जिला मुख्यालय पर अपराधियों के बुलंद हौसलों की कहानी खुद ही बयां कर रहा है. ताजा मामले की बात करें तो टाउन थाना क्षेत्र में एक निजी बस को जबरन रोककर कुछ युवकों द्वारा गुंडागर्दी करते हुए लाठी डंडों से हमला करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा. घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है. निजी बस को जबरन रुकवा कर हमला करने के मामले में चालक और परिचालक की रिपोर्ट पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है.
टाउन थाना प्रभारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि बस चालक संदीप शर्मा पुत्र सेवक राम शर्मा और परिचालक प्रेम कुमार पुत्र भागीरथ दूधवाल ने परिवाद दिया कि उसकी बस RJ 31 PA 3270 पीलीबंगा वाया फतेहगढ़- सूरतगढ़ मार्ग पर चलती है. रविवार दोपहर को टाउन में ओवरब्रिज के पास एक मोबाइल शॉप में से निकलकर प्रदीप पुत्र भूपराम गांव मोहनमगरिया और आत्माराम सहित व 5-6 अन्यों ने बस पर लाठी डंडों से हमला कर तोड़फोड़ की. हमले में चालक-परिचालक सहित कई सवारियों को भी चोटें आईं. टाउन पुलिस ने परिवाद पर आईपीसी की धारा 323,341,440, 147, 148, 149 में मुकदमा दर्ज कर जांच हेड कांटेबल जसवंत सिंह को सौंप दी है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीएल मीणा ने बताया कि मामले में लाठी डंडों से मारपीट का वीडियो सामने आया है. परिवाद के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. टाउन थाना अधिकारी के नेतृत्व में कई टीम गठित कर हमलावरों की धर पकड़ के प्रयास किए जा रहे है.
वायरल हुआ हमले का वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुए हमले के दो वीडियो में बस में बैठी सवारियों में दहशत का माहौल नजर आ रहा है. अधिकतर महिला और बच्चों से भरी बस में हमले से बचने के लिए चीख पुकार भी सुनाई दे रही है. वहीं एक महिला हमलावरों से बार-बार अपील कर रही है कि किसी बच्चे के या किसी और के चोट लग जाएगी. लेकिन मुंह बांधे हुए बस के बाहर लाठी डंडे से लैस कुछ हमलावर युवक अंदर किसी पर डंडे से मारने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं.
बेखौफ बदमाश
जिला मुख्यालय पर भरी दोपहर में जिस तरह से मुख्य सड़क पर यातायात थानें से चंद कदमों के फासले पर सवारियों से भरी एक बस को रुकवा कर लाठी डंडों से हमला करने का मामला सामने आया है वो अपराधियों के बुलंद हौसलों और पुलिस के डर की गवाही देने के लिए काफी है. लगातार बढ़ते अपराध के बावजूद पुलिस लगातार अभियान चलाने का दावा तो करती है लेकिन रोजाना हो रही चोरी, छीनाझपटी, मारपीट की घटनाएं पुलिसिया इकबाल की कहानी बयां करने के लिए काफी है.