
Rajasthan News: राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर से सांसद हरीश चंद्र मीणा सोमवार (26 मई) को टोंक में आयोजित बैठक में पहुंचे थे. लेकिन जिला प्रशासन से खफा नजर आए और सांसद की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में आये अधिकारियों को रवाना कर दिया. सांसद का यह अंदाज देखकर बैठक में मौजूद जिला कलेक्टर सौम्या झा ओर पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान सहित सभी अधिकारी भी हक्के-बक्के रह गए.
सांसद हरीश मीणा ने यह कहकर अधिकारियों को रवाना कर दिया कि जब मुझे समय पर बैठक के एजेंडे की सूचना ही नहीं दी गई, तो ऐसे में बैठक का क्या औचित्य है. बैठक के बाद सांसद हरीश चंद्र मीणा की नाराजगी के साथ ही बिजली पानी की समस्याओं और SI भर्ती रद्द करने की मांग वह ऑपरेशन सिंदूर की सफलता सहित कई मुद्दों पर बात की
टोंक में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक
सचिन पायलट की विधानसभा टोंक में जिलेभर में विभिन्न सरकारी विभागों में केन्द्र सरकार की योजनाओं की प्रगति और समीक्षा के लिए आयोजित की जाने वाली बैठक. जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक सोमवार 26 मई को सुबह 11:00 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश चंद्र मीना की अध्यक्षता में आयोजित की जानी थी. जिसके लिए सभी अधिकारी बैठक में आ भी गए थे. लेकिन सांसद हरीश मीणा को एतराज इस बात से था कि इस महत्वपूर्ण बैठक के एजेंडे की जानकारी उन्हें सुबह 10 बजे दी गई. ऐसे में बैठक का क्या फायदा. उन्होंने बैठक को लेकर होने वाले खर्चो पर भी एतराज जताया.
हालांकि बिजली पानी और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर सांसद हरीश मीणा टोंक में एक्शन में तो नजर आए. लेकिन भजनलाल सरकार में उनके उठाए मुद्दों पर कितनी असरदार सुनवाई होती है देखने वाली बात यह होगी.
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