Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवार जहां मतदाताओं के आगे हाथ जोड़ रहे हैं, वहीं मंदिरों की देहरियों पर भी शीश झुका रहे हैं. शनिवार देर रात नागौर लोकसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा अखिल भारतीय सांगलिया धूनी पहुंची, जहां उन्होंने दर्शन कर पीठाधीश्वर स्वामी ओमदास महाराज से जीत का आशीर्वाद लिया.
देर रात आध्यात्मिक दिव्य धूणी पहुंची भाजपा प्रत्यशी मिर्धा आरती में शामिल हुई और उसके बाद आश्रम के सभी स्थलों पर जाकर दर्शन किए. इस दौरान मिर्धा ने सांगलिया धूणी के इतिहास, यहां के पूर्व पीठाधीश्वर और साधु संतो के चमत्कार और उनकी जीवनी के बारे में चर्चा कर जानकारी ली.
मीडिया से बात करते हुए ज्योति मिर्धा ने कहा कि, मैं आज इस दिव्य आध्यात्मिक स्थल पर आकर अपने आपको धन्य महसूस कर रही हूं. उन्होंने आगे कहा, 2047 तक भारत को विकसित करने का जो हमारा लक्ष्य है, वह सही मायने में तभी पूरा हो सकता है, जब हम देश की आधी आबादी यानी महिलाओं को इस मिशन में साथ लेकर चले.न
गौरतलब है कि सांगलिया धूणी में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है. एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी सांगलिया धूणी पंहुच कर पीठाधीश्वर स्वामी ओमदास महाराज से आशीर्वाद लिया था. माना जा रहा है लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पूर्व यहां राजनेताओं को रेला लगने वाला है.
नागौर सीट पर काफी बदल गए सियासी समीकरण
पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो पिछले बार की तुलना में इस बार के समीकरण काफी बदल गए हैं. दोनों ओर से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के चेहरे भले ही वही हैं, लेकिन उनकी भूमिका बदल गई है. भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा पिछली बार कांग्रेस की प्रत्याशी थी, जबकि हनुमान बेनीवाल पिछली बार एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार थे. पिछली बार हनुमान बेनीवाल ने ज्योति मिर्धा को 1.81 लाख वोटों पराजित किया था, जबकि 2014 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सी आर चौधरी ने ज्योति मिर्धा को 75 हजार मतों से शिकस्त दी थी.
नागौर लोकसभा क्षेत्र में दोनों प्रत्याशियों ने बदली पार्टियां
नागौर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी घोषित ज्योति मिर्धा और संयुक्त उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल, दोनों प्रत्याशियों ने अपने-अपने दल बदल लिए हैं. ज्योति मिर्धा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गई थी. इसके बाद भाजपा ने पहले उन्हें नागौर विधानसभा का प्रत्याशी बनाया और अब उन्हें नागौर लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस और आरएलपीएस के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है.
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