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1 month ago

''एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी'' का आगाज सोमवार को हुआ और आज इस समिट का दूसरा दिन है. आज व्यापार, फिल्म और पर्यावरण जगत की बड़ी हस्तियां ''बदलते भारत'' पर अपनी राय रखेंगी. इनमें द मेहर ग्रुप के अध्‍यक्ष और सह-संस्‍थापक मुस्तफा वाजिद, अभिनेता व प्रोडक्शन डिजाइनर अनसूया सेनगुप्ता, डायरेक्‍टर एवं स्क्रिप्‍ट राइटर चिदानंद एस. नाइक, निर्देशक एवं एनिमेटर मानसी माहेश्वरी, अभिनेत्री करीना कपूर खान, एशिया रिसर्च इंस्टीट्यूट और नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के प्रतिष्ठित फेलो किशोर महबुबानी, संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति और यूट्यूबर नैस डेली जैसी हस्तियां शामिल होंगीं. आज का कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू हो गया है जो शाम 7 बजे तक जारी रहेगा.

Here are the live updates on NDTV World Summit 2024

करीना कपूर खान अपने बच्चों के लिए प्यार, खुशी, शांति की दुनिया चाहती हैं

प्यार, खुशी, शांति की दुनिया ऐसी दुनिया है जो करीना कपूर खान अपने बच्चों के लिए चाहती हैं. अपने बेटे जेह के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'ऐसा व्यक्ति जो हमेशा सच्चाई के लिए अपनी आवाज उठाएगा, महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाएगा. यह जानते हुए कि उसका एक भाई है, इसका मतलब यह नहीं है कि उसे अन्य लड़कियों की रक्षा करने का अधिकार नहीं है. वह ऐसा करेगा. किसी दिन किसी का पिता और पति बनें. मुझे उम्मीद है कि उसकी मां ने उसके लिए जो किया है, वह उसकी कद्र करता है. वह समझता है कि महिलाओं को खुश रहने के लिए काम पर जाना सुरक्षित है चीजें मैं उससे नहीं छिपाता. वह उन्हें हर रोज देख रहा है. मैं चाहता हूं कि वह यह जानकर बड़ा हो कि महिलाएं भी पुरुषों के बराबर हैं.'

ब्रेस्टफीडिंग पर अभियान मेरे दिल के करीब है: करीना कपूर खान

अभिनेत्री करीना कपूर खान ने यूनिसेफ के साथ अपने काम और बच्चों के लिए काम करने के बारे में बात की. वह नवजात शिशुओं और ब्रेस्टफीडिंग के लिए एक अभियान पर काम करना याद करती हैं, जो उनके दिल के करीब है. उन्होंने कहा, 'यह स्वाभाविक रूप से आता है क्योंकि दो लड़कों की मां होने के नाते, मैं अपने अनुभवों का उपयोग तब करती हूं जब मैं उनके लिए कार्यक्रमों में बात करती हूं, जब हम जमीन पर काम करते हैं.'

हॉलीवुड मेरे एजेंडे में कभी नहीं रहा: करीना कपूर खान

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में बोलते हुए करीना कपूर खान ने बताया कि मैंने कभी हॉलीवुड जाने का सपना नहीं देखा है. यह कभी भी मेरे एजेंडे में नहीं रहा है.

'ना' का मतलब सिर्फ 'ना' है: करीना कपूर खान

करीना कपूर खान ने कहा, 'किसी को ना कहने से आपको यह महसूस नहीं होना चाहिए कि आप आश्वस्त नहीं हैं. ना एक ऐसा उत्तर है जो हमेशा कुछ ऐसा होना चाहिए जो आपको आश्वस्त करने वाला होना चाहिए न कि आपको कम आत्मविश्वास वाला महसूस कराने वाला.'

करीना कपूर खान का पसंदीदा रेस्तरां कौन सा है?

"बुखारा" दिल्ली में अभिनेत्री करीना कपूर खान का पसंदीदा रेस्तरां है. जब उनसे उनके पसंदीदा स्ट्रीट फूड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कार में बैठकर पराठे खाना पसंद है. करीना ने कहा, 'पूरी दुनिया जानती है कि मैं खाने का दीवानी हूं. मैं इसके बारे में बहुत उदासीन हूं. मुझे छोले भटूरे, आलू पराठा, बिरयानी बहुत पसंद है.'

'दर्शकों के साथ-साथ अभिनेताओं की भी जिम्मेदारी बदलती है'

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 में करीना कपूर खान ने कहा, 'आपको अपने प्रदर्शन पर विचार करना होगा और कुछ अलग करने की कोशिश करनी होगी. अलग-अलग किरदारों में खुद को बदलना, यह कुछ ऐसा है जिसे करने में मुझे बहुत गर्व महसूस होता है. मैंने स्क्रीन पर अलग-अलग लोगों की भूमिका निभाने की कोशिश की है और मैं वास्तव में इसका आनंद लेती हूं.'

द बकिंघम मर्डर्स स्पेशल है: करीना कपूर खान

अभिनेत्री करीना कपूर खान ने लोगों से अपनी नई रिलीज "द बकिंघम मर्डर्स" देखने का आग्रह करते हुए कहा, 'यह मेरे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.' इस फिल्म में करीना कपूर खान ने फिल्म के लिए निर्माता की भूमिका भी निभाई है.

सेलिब्रेशन हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है: करीना कपूर खान

जब करीना कपूर खान से हर किसी की जीत का जश्न मनाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमारे पास जो कुछ भी है, उसमें से हमने सर्वश्रेष्ठ बनाना सीख लिया है. पैरालिंपियन, ओलंपियनों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. अगर देश उनके गौरव में भाग नहीं लेता है, तो ऐसा महसूस नहीं होता है. हम उन्हें प्रोत्साहित करना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि उन्हें महसूस हो कि हम देख रहे हैं. सेलिब्रेशन बहुत हद तक हमारी संस्कृति का हिस्सा है.'

इंडियन फिल्म का जबरदस्त क्रेज है: करीना कपूर

भारत के प्रति बदलती धारणा के बारे में बोलते हुए एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में अभिनेत्री करीना कपूर ने कहा, 'हर कोई हमेशा हमारे देश, हमारी संस्कृति से आकर्षित होता है, क्योंकि यह एक महान विरासत और परंपरा है. इंडियन फिल्म अपने आप में सच्ची हैं और भारतीय फिल्मों का क्रेज है. उन्हें विश्व स्तर पर देखा जाता है और हमारी भाषा में उनका आनंद लिया जाता है.'

करीना कपूर का पसंदीदा आउटफीट कौन सा है?

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में करीना कपूर खान ने कहा कि सलवार कमीज घर पर है, क्योंकि गीत को अपनी सलवार कमीज बहुत पसंद थी.

भारत में ग्रेट फैशन का दौर चल रहा है: करीना कपूर खान

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में करीना कपूर खान ने कहा, 'भारतीय फैशन विकसित हो गया है. अपनी महान शिल्प कौशल के कारण यह फैशन इंडस्ट्री के लिए एक महान क्षण है. भारतीय विरासत और उनके शिल्पकारों को आखिरकार उनका हक मिल रहा है. डिजाइनर मूल रूप से भारतीय कारीगरों पर मुकदमा कर रहे हैं, जो विश्व स्तर पर ध्यान खींच रहा है. भारत में फैशन का शानदार दौर चल रहा है. अब ऐसा नहीं रहा कि केवल भारतीय ही साड़ी पहनते हैं. पूरी दुनिया में, हर संस्कृति और जाति में, एक सुंदर रंगीन साड़ी और लहंगा पहनना चाहती हैं.'

कुणाल बहल ने "इंडिकॉर्न" शब्द क्यों गढ़ा?

हम कई वर्षों से यूनिकॉर्न का जश्न मना रहे हैं. लेकिन अगर आप यह समझने के लिए पीछे मुड़कर देखें कि यह शब्द अस्तित्व में क्यों है? यह शब्द वास्तव में अमेरिका में एक वेंचर कैपिटेलिस्ट का आविष्कार था, जहां 1 बिलियन डॉलर से अधिक की कंपनियां हैं. बहल से जब पूछा गया कि उन्होंने "इंडिकॉर्न" शब्द क्यों गढ़ा, तो उन्होंने कहा, "इसे यूनिकॉर्न कहा जाता है, जो वास्तव में एक पौराणिक आकृति है." बहल ने व्यवसायों को टिकाऊ और स्थायी बनाने के इरादे से निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने और उन लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया जो हमें वहां पहुंचने में सक्षम बनाते हैं. "भारत को अभी शायद 100 या 200 या 300 यूनिकॉर्न या 500 यूनिकॉर्न की जरूरत नहीं है. हमें 10,000 इंडिकॉर्न की जरूरत है क्योंकि यह स्टार्ट-अप इकोसिस्टम का आधार बनेगा और इससे कंपनियों का स्थिर प्रवाह तैयार होगा जो अंततः सूचीबद्ध कंपनियां बन जाएंगी और बड़े व्यवसाय.'

महिला उद्यमी बहुत दुर्लभ हैं: पद्मजा रूपारेल

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में आईएएन ग्रुप की सह-संस्थापक पद्मजा रूपारेल ने कहा, 'भारत में एंटरप्रेन्योरशिप बढ़ी है. लेकिन वूमेन एंटरप्रेन्योर की संख्या बहुत ही कम है. इससे भी अधिक निराशाजनक फैक्ट यह है कि फंडिंग दुर्लभ है. 2022 में, 14.7% फंडिंग महिलाओं के पास गई. 2023 में, यह गिरकर 9.7% हो गई. हमें एक महिला के नेतृत्व में ब्लैक रॉक ऑफ इंडिया बनाने की जरूरत है. फिर हम इसे बनाएंगे. मेरे लिए, यही एंटरप्रेन्योरशिप को आगे बढ़ाएगा.'

वूमेन इन लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन सेक्टर

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में फेडएक्स के अध्यक्ष (मध्य पूर्व, भारतीय उपमहाद्वीप और अफ्रीका) कामी विश्वनाथन ने कहा, 'हमारे बोर्ड में 36% महिलाएं हैं. वैश्विक स्तर पर हमारे प्रबंधन में 26% महिलाएं हैं. हमने हाल ही में समावेशी नियुक्ति, प्रमोशन और सपोर्टिंग करियर के लिए खुद को फिर से समर्पित करने के लिए विविधता, समानता और समावेशन का अवसर जोड़ा है.

Groww का IPO कब आएगा?

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में Groww के सह-संस्थापक और सीईओ ललित केशरे ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, 'मैंने कॉलेज के दूसरे वर्ष में निवेश करना शुरू कर दिया था. मुझे निवेश करने का बहुत शौक था और मुझे हमारे सह-संस्थापकों का एक अच्छा समूह मिला.'

भारत में इक्विटी निवेश की वृद्धि के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'हम जैसे लोगों ने इसे बहुत आसान और पारदर्शी बना दिया. पहले निवेश कुछ शहरों तक ही सीमित था, लेकिन अब बहुत सारे ग्राहक छोटे शहरों से आ रहे हैं.'

जब उनसे पूछा गया कि क्या ग्रो के लिए आईपीओ आने वाला है, तो उन्होंने कहा, 'यह जल्द ही आएगा, हम नहीं जानते कि कब आएगा.'

'गुजरात अगर देश होता तो ग्रीन एनर्जी के मामले में 8वें स्थान पर होता'

नॉर्वे के पूर्व जलवायु और पर्यावरण मंत्री एरिक सोल्हेम ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट पर कहा, 'अकेले गुजरात राज्य ने नवीकरणीय ऊर्जा में इतना योगदान दिया है कि अगर यह एक राष्ट्र होता, तो यह ग्रीन एनर्जी के मामले में 8वां सबसे बड़ा देश होता. आज सारी ग्रीन एनर्जी का 60% हिस्सा चीन का है और शेष 40% हिस्सा शेष विश्व का है. चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर है.' 

भारत की प्रगति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर दस साल पहले कोई मुझसे पूछता था कि जलवायु प्रगति देखने के लिए कहां जाना होगा, तो मैं ब्रुसेल्स या जिनेवा कहूंगा. लेकिन आज मैं कहूंगा कि बीजिंग, दिल्ली या जकार्ता देखें कि क्या होता है, कर रहा है.'

क्लाइमेट चेंज टेक्नोलॉजी को जनता हित के रूप में बनाएं: हरजीत सिंह

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में फॉसिल फ्यूल नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी इनिशिएटिव के ग्लोबल एंगेजमेंट डायरेक्टर हरजीत सिंह ने कहा, 'अगर हम वास्तव में एक्सिस्टेंशियल क्राइसिस से निपटना चाहते हैं तो क्लाइमेट चेंज टेक्नोलॉजी को सार्वजनिक हित के रूप में बनाएं. भले ही हमारे पास विशेष रूप से सोलर, विंड और बैटरी स्टोरेज हो, लेकिन टेक्नोलॉजी अभी भी एक बाधा बन रही है.

ग्रह के भविष्य के लिए भारत सबसे अधिक मायने रखता है: लिंडी कैमरून

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में भारत में ब्रिटिश कमिश्नर लिंडी कैमरन ने कहा, 'भारत वह देश है जो ग्रह के भविष्य और जलवायु परिवर्तन के लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है. विकास के लिए भारत की महत्वाकांक्षा किसी भी तरह से ग्रह की जिम्मेदारियों से बाधित नहीं होनी चाहिए.'

स्थिरता, आर्थिक विकास, ऊर्जा सुरक्षा पर ध्यान दें: शिशिर प्रियदर्शी

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर प्रियदर्शी ने कहा, 'जलवायु आपदाएं उन लोगों को अधिक प्रभावित कर रही हैं जो आज हमारी स्थिति के लिए ऐतिहासिक रूप से बहुत कम जिम्मेदार हैं. अत्यधिक गर्मी के कारण देशों के भीतर जिस तरह का पलायन हो रहा है, वह कमजोर और विकासशील देशों में बहुत अधिक है. जहां हमें स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखना चाहिए, वहीं भारत सहित कई विकासशील देशों के पास तीन-आयामी कथा होनी चाहिए. हम स्थिरता पर लड़ते हैं, लेकिन हम आर्थिक विकास और ऊर्जा सुरक्षा पर अपना जोर बिल्कुल भी नहीं छोड़ते हैं.'

'अमीर देश जलवायु परिवर्तन से ज्यादा प्रभावित होंगे'

हरजीत सिंह ने कहा, 'विकसित और विकासशील दोनों देशों को प्रभावित करने वाली आपदाओं की सीरिज एक चेतावनी के रूप में काम कर रही है. जैसे-जैसे अमीर देश जलवायु परिवर्तन से और अधिक प्रभावित होंगे, जिसकी उन्होंने कुछ साल पहले तक कल्पना भी नहीं की थी, सबसे कमजोर देश इसके प्रभावों से जूझ रहे होंगे, जिनके पास इससे निपटने की क्षमता भी बहुत कम है.

लिंडी कैमरन ने क्या कहा?

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में भारत में ब्रिटिश कमिश्नर लिंडी कैमरन ने कहा, 'लचीले इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश किया गया प्रत्येक डॉलर 4 गुना अधिक भुगतान करता है. क्लाइमेट इमरजेंसी का लाइव अनुभव लोगों को यह समझने में मदद करता है कि उनकी सरकार को अब नीतिगत कार्रवाई करने की आवश्यकता क्यों है.

कभी नहीं सोचा था कि मैं फिल्म डायरेक्टर फिल्म मेकर बनूंगा: चिदानंद एस. नाइक

चिदानंद ने अपनी फिल्म 'सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो...' के लिए 2024 कान्स फिल्म फेस्टिवल में सिनेफॉन्डेशन का पहला पुरस्कार जीता है. सिनेप्रेमी और एमबीबीएस ग्रेजुएट होने से लेकर कान्स में जीत हासिल करने तक, चिदानंद एस. नाइक की यात्रा अपने आप में किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. उनका कहना है कि मेरी कहानी की दुनिया कुछ ऐसी है जिसे मैंने पहले ही देखा या सुना है. मैंने इसे एक काल्पनिक दुनिया में रखा है. ये पात्र वास्तविकता की मेरी व्याख्या से आते हैं. 

हम इतना झूठ क्यों बोलते हैं?

जब मानसी माहेश्वरी से उनकी फिल्म बनीहुड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'दुनिया में बहुत सारी गलत जानकारी, गलतफहमी और मास कम्युनिकेशन है. इसने मुझे सवाल करने पर मजबूर कर दिया - हम इतना झूठ क्यों बोलते हैं? बनीहुड झूठ बोलना सीखने और हम जीवन में इतना झूठ क्यों बोलते हैं, इसी पर आधारित कहानी है.'

'वो पल मेरी अपेक्षा से परे था'

अभिनेता और प्रोडक्शन डिजाइनर अनसूया सेनगुप्ता कान्स में अपने रेड कार्पेट पल को याद करते हुए कहती हैं, 'वो पल मेरी अपेक्षा से परे था. वैश्विक मंच पर होना मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण था.'

कार्बन ट्रेडिंग योजना 2026 तक प्रभावी होगी

'कार्बन ट्रेडिंग योजना 2026 तक प्रभावी होगी. सरकार का विजन शेयर बाजार की तरह ही कार्बन बाजार बनाना है. शेयर बाजार के निर्माण में बहुत समय लगा, और डिजिटलीकरण हाल ही में पिछले दो दशकों में हुआ है. प्रक्रिया जारी है, नीतियों का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. मुझे उम्मीद है कि यह 2026 में शुरू हो जाएगा. कार्बन क्रेडिट आएगा. यह अब रियर व्यू मिरर में नहीं है. चुनौतियां होंगी, लेकिन अच्छे संगठन जो अनुकूलन और समझ सकते हैं, कार्बन क्रेडिट पैदा करेंगे.'

बिलियनई अपनी पेट्रोलियम खपत कैसे कम कर रहा है?

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में सह-संस्थापक मुस्तफा वाजिद ने कहा, 'बिलियनई का फोकस ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल होने वाले पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की खपत को कम करने पर है. हम फॉसिल फ्यूल का इस्तेमाल बिजली पैदा करने और ट्रांसपोर्टेशन के लिए करते हैं. अकेले भारत में परिवहन के लिए करीब 150 मिलियन मीट्रिक टन पेट्रोल और डीजल की खपत होती है. बिलियन इलेक्ट्रिक में हम इसका समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं. हमने इलेक्ट्रिक ट्रक डिप्लोय करना भी शुरू कर दिया है.

ट्रांसपोर्ट सेक्टर को एक स्तर पर डीकार्बोनाइज करना हमारा कॉर्पोरेट उद्देश्य है. बिलियन नाम का मतलब है कि हम एक अरब किलोमीटर डीकार्बोनाइज्ड परिवहन करना चाहते हैं. भारत की परिवहन आवश्यकताएं पिछले 3 वर्षों में तीन गुना बढ़ गई हैं और अब 3 टन किलोमीटर हो गई हैं. यह जीडीपी से भी ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है. इसका कारण अर्बनाइजेशन, उपभोक्तावाद और ई-कॉमर्स सेक्टर है.

राइज़ ऑफ द इंडियाकॉर्न

दोपहर 12:40 बजे उद्यमी एवं इन्वेस्टर कुणाल बहल राइज़ ऑफ द इंडियाकॉर्न पर अपनी राय रखेंगे.

वूमेन शेपिंग द फ्यूचर

दोपहर 12 बजे कामी विश्वनाथन (प्रेजिडेंट, मिडिल ईस्ट, इंडियन सबकॉन्टिनेंट एंड अफ्रीका, फ़ेडेक्स) वूमेन शेपिंग द फ्यूचर पर अपनी राय रखेंगी.

द न्यू एज डिसरप्टर

सुबह 11:50 बजे Groww के सह-संस्थापक और सीईओ ललित केशरे ''द न्यू एज डिसरप्टर'' पर अपनी राय देंगे.

द क्लाइमेट एजेंडा - सेटिंग द टर्म

सुबह 11:30 बजे नॉर्वे के पूर्व जलवायु और पर्यावरण मंत्री एरिक सोल्हेम, भारत में ब्रिटिश कमिश्नर लिंडी कैमरून, ग्लोबल एंगेजमेंट के डायरेक्टर हरजीत सिंह और चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर प्रियदर्शी मिलकर ''द क्लाइमेट एजेंडा - सेटिंग द टर्म'' पर अपनी राय देंगे.

सुबह 11 बजे किशोर महबुबानी को सुनिए.

इसके बाद सुबह 11 बजे  किशोर महबुबानी प्रतिष्ठित फेलो, एशिया रिसर्च इंस्टीट्यूट, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर 'इंडिया एसेन्ड्स - द डिप्लोमेटिक हाई टेबल' पर अपनी राय रखेंगे.

NDTV World Summit 2024: 10:30 बजे अनसूया सेनगुप्ता समेत हस्तियों को सुनिए

सुबह 10:30 बजे अभिनेता व प्रोडक्शन डिजाइनर अनसूया सेनगुप्ता, डायरेक्टर व स्क्रीन राइटर चिदानंद एस नाइक, निर्देशक एवं एनिमेटर मानसी माहेश्वरी एक साथ मंच शेयर करेंगे और 'आर्ट इज़ ग्लोबल: द इंडिया मोमेंट' पर अपनी राय देंगे.

NDTV World Summit 2024: सुबह 10 बजे शुरू होगा कार्यक्रम

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 - द इंडिया सेंचुरी कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत द मेहर ग्रुप के अध्‍यक्ष और सह-संस्‍थापक मुस्तफा वाजिद के संबोधन से होगी. वे अजय पिल्लई और गगनदीप सेठी के साथ मंच साझा करते हुए 'एलाइनमेंट प्रोफिट विद पर्पज' पर अपनी राय रखेंगे.

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