Rajasthan Politics: राजस्थान में कुछ दिन पहले कई जिलों को खत्म कर दिया गया, जिसका बड़ा असर नीमकाथाना में देखा गया. नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के बाद नेताओं की आपसी बयानबाजी जारी है. बीते दिन शुक्रवार को वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री संजय शर्मा द्वारा सीकर जिले में संभाग व नीमकाथाना जिला हटाने का कहीं भी विरोध नहीं होने के बयान पर नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी ने पलटवार किया है. विधायक ने नाराजगी जताते हुए मंत्री से कई सवाल पूंछा. साथ ही उन्होंने कहा कि 21 दिन से हो रहा विरोध मंत्री को क्यों नहीं दिख रहा है.
इतना कुछ हुआ सूचना क्यों नहीं पहुंची: विधायक
विधायक मोदी ने कहा कि 'क्या नीमकाथाना में 21 दिनों से आंदोलन चल रहा है, इसकी सूचना आप तक नहीं पहुंची, नीमकाथाना में दो बड़ी मीटिंग हुई, एक बाइक रैली निकली. अलग-अलग समाजों ने 30 से ज्यादा ज्ञापन SDM को दिए, क्या इन सबकी प्रभारी मंत्री संजय शर्मा को कोई जानकारी नहीं है, क्या सरकार के पास इनकी कोई जानकारी नही पहुंचती.'
विधायक ने कहा कि 'नीमकाथाना में 20 दिन से भूख हड़ताल जारी है, लोग चीख-चीखकर कह रहे हैं कि हम सरकार के इस फैसले के खिलाफ है. लेकिन वह मंत्री को नहीं दिखाई देता जो बड़े दुर्भाग्य की बात है.'
जोगाराम पर क्यों भड़के सुरेश मोदी
कानून मंत्री जोगाराम पटेल पर हमला बोलते हुए विधायक ने कहा कि 'जिला हटाने पर कोई विरोध नहीं है. न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया गया और रीट लगाई गई, लेकिन फिर भी दिखाई नहीं देती. सबसे बड़े सरकारी वकील जिले की पैरवी कर रहे हैं, क्या यह इन मंत्रियों की जानकारी में नहीं है. लेकिन यह समझ नहीं आता कि किस तरफ से सरकार चल रही है.'
जानें BJP के मंत्री ने क्या कहा था?
बता दें कि जिले के प्रभारी मंत्री संजय शर्मा सीकर में शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला रद्द करने को लेकर कहा कि- 'मैं पिछले 15 दिन से सीकर में हूं. लेकिन मुझे सीकर में इसका कोई आक्रोश नहीं दिख रहा और आमजन खुश है. कांग्रेस ने यह घोषणा इलेक्शन के समय आनन-फानन में की थी, सरकार जाते-जाते यह घोषणाएं की गई.
कांग्रेस सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला बनाना चाहती थी तो पहले साल में ही घोषणा क्यों नहीं की गई. अच्छा होता कांग्रेस शुरुआत में ही घोषणा करती. इसका लाभ आम जनता को मिलता.'
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