
Rajasthan Electricity: अक्सर बिजली के नए कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के चक्कर लगाने पड़ते हैं. लेकिन इसके बावजूद उन्हें आसानी से बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाता है. लेकिन राजस्थान में नए बिजली कनेक्शन के लिए नई प्रक्रिया शुरू की गई है. ई-मित्र के जरिए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन प्रक्रिया ज्यादा सुविधाजनक बनाया गया है. यह सुविधा जयपुर, जोधपुर और अजमेर में शुरू की गई है. इसमें ऐप के जरिए भी कनेक्शन लेने की सुविधा प्रदान की जा रही है.
डिस्कॉम ऑफिस के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं
डिस्कॉम्स चेयरमैन आरती डोगरा ने बताया कि ई-मित्र एप्लीकेशन को अब डिस्कॉम्स के न्यू कनेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम मॉडयूल से इंटीग्रेटेड कर दिया गया है. अब ई-मित्र पर आवेदन के साथ ही डिस्कॉम्स कार्मिकों के स्तर पर की जाने वाली इंस्पेक्शन, डिमांड नोट जारी करने जैसे समस्त प्रक्रियाएं भी NCMS मॉड्यूल पर मेनटेन की जाएंगी. इससे आवेदकों को ई-मित्र के माध्यम से आवेदन के बावजूद कनेक्शन के लिए डिस्कॉम ऑफिस के चक्कर लगाने की आवश्यकता अब नहीं होगी. अब आसानी से और पारदर्शिता के साथ उन तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सकेगी. इससे लंबित कनेक्शनों की मॉनीटरिंग का काम भी ऑनलाइन हो पाएगा. जयपुर, जोधपुर एवं अजमेर विद्युत वितरण कम्पनियों ने एक साथ यह सुविधा प्रारंभ कर दी है.
ऐप के जरिए भी कनेक्शन उपलब्ध
बिजली बिल जमा कराने, कनेक्शन के लिए आवेदन तथा अन्य सेवाओं के भुगतान संबंधी सेवाएं ई-मित्र पर पहले से ही प्रदान की जा रही थीं. लेकिन ई-मित्र एप्लीकेशन के एनसीएमएस मॉड्यूल से इंटीग्रेटेड नहीं होने के कारण आवेदकों को इसके बाद भी डिस्कॉम कार्यालय जाना पड़ता था. अब इससे सब डिविजन कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी. डोगरा ने बताया कि जल्द ही स्वीकृत विद्युत भार में बढ़ोतरी अथवा कमी, नाम और श्रेणी परिवर्तन जैसी सेवाएं भी ई-मित्र के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने बताया कि नए कनेक्शन के लिए आवेदन की यह सुविधा बिजली मित्र मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध है.
पेपरलैस सिस्टम को मिलेगी मजबूती
डोगरा ने बताया कि इससे सब डिविजन कार्यालयों में हर कनेक्शन के लिए अलग से मैन्यूअल पत्रावलियां तैयार करने से फाइलों के बढ़ते बोझ के काम को भी कम किया जा सकेगा. इससे राजस्थान डिस्कॉम्स की कार्यप्रणाली में पेपरलैस सिस्टम को मजबूती मिलेगी.
साइट निरीक्षण में आएगी पारदर्शिता
आवेदक द्वारा नए कनेक्शन के लिए आवेदन के पश्चात् साइट के निरीक्षण के लिए जेईएन साइट सत्यापन मोबाइल एप्लीकेशन को भी एनसीएमएस के साथ एकीकृत कर दिया गया है. इससे नए कनेक्शन की फिजिबलिटी तथा एस्टीमेट मौके पर ही तैयार किया जाएगा. जेईएन साइट वेरीफिकेशन एप और एनसीएमएस के इंटीग्रेटेड किए जाने से ऑन साइट जांच में पारदर्शिता आएगी और समय की बचत भी होगी.
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