जिले में राष्ट्रीय पशुपालक संघ के बैनर तले विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू (DNT) समुदायों का महापड़ाव आज (शनिवार) भी जारी रहा, जिससे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. आंदोलनकारी समुदाय अपनी लंबित मांगों को लेकर अडिग हैं, और उन्होंने सरकार के प्रतिनिधियों से सीधी वार्ता के लिए आज दोपहर 2 बजे तक का समय दिया है.
आंदोलन तेज करने की चेतावनी
राष्ट्रीय पशुपालक संघ के नेताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय, यानी दोपहर 2 बजे तक सरकार का कोई प्रतिनिधिमंडल उनसे बातचीत के लिए नहीं आता है, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे. इसके तहत, आंदोलनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) को पूरी तरह से जाम करने की भी घोषणा की है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है. अपनी मांगों की अनदेखी से नाराज़ डीएनटी (DNT) समाज ने एक बड़ा फैसला लेते हुए, अंता उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की भी घोषणा की है. यह कदम सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है.
राष्ट्रीय राजमार्ग को कराया बंद
सुरक्षा और शांति बनाए रखने की दृष्टि से, स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर शुक्रवार शाम से ही राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करवा दिया है. और दोनों तरफ के रास्ते को डायवर्ट करवाया गया इस कारण, हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
दोपहर 2 बजे तक अल्टीमेटम
विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समाजों की मुख्य मांगों मे दस प्रतिशत आरक्षण, भूमि पट्टे, योजनाओं का लाभ और पुनर्वास से संबंधित मुद्दे शामिल होते हैं. यह आंदोलन सरकार और DNT समुदायों के बीच गतिरोध को दिखाता है, जिस पर सबकी निगाहें दोपहर 2 बजे के अल्टीमेटम पर टिकी हैं.
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