Rajasthan News: अपनी प्रेमिका के घरवालों से डरकर सरहद पार कर भारत आए पाकिस्तानी नागरिक जगसी कोली को करीब 5 माह बाद पाकिस्तानी रेंजर्स को शनिवार को सौंपा दिया गया. सीमा सुरक्षा बल दिल्ली की ओर से परमिशन मिलने के बाद पाक नागरिक को वापस भेजने को लेकर दस्तावेज तैयार किए. पुलिस के अनुसार, पाकिस्तानी नागरिक जगसी कोली पिछले साल 25 अगस्त को बॉर्डर पर तारबांदी पार करके भारत आ गया था. जिसे बीएसएफ और पुलिस समेत अलग-अलग सुरक्षा एजेसियों ने पूछताछ की थी. फिलहाल राष्ट्र विरोधी गतिविधि में संलिप्त न पाए जाने पर उसे वापस पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंपा गया.
2020 से चल रहा था अफेयर
दरअसल, 25 अगस्त 2024 को पकड़े गए जगसी कोली पुत्र परसूराम कोली पाकिस्तान के थारपारकर जिले के गांव आकली खारोड़ा निवासी है. यह गांव भारत-पाकिस्तान सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर है. थारपारकर जिले में ही नवातला बॉर्डर से 7 किमी दूर उसकी 17 साल की गर्लफ्रेंड का घर घोरामारी में है. दोनों के बीच 2020 से ही अफेयर चल रहा था.
हालांकि, जगसी वहां से बचकर भाग निकला. जब गर्लफ्रेंड ने घर से भागने से इनकार किया तो वह उसका दिल टूट गया. उसने सुसाइड करने का निर्णय लिया. लड़की के घर से भागते समय उसकी चुन्नी वह ले आया था. इसी चुन्नी को गले में बांध लिया और किसी पेड़ के डाल से लटककर सुसाइड करने की कोशिश की थी. सुसाइड से पहले ही वह डाल टूट गई और जग्सी मरने से बच गया था.
रात में बॉर्डर पारकर भारत में दाखिल
उसे आशंका थी कि लड़की के घरवाले पीछा कर रहे होंगे. उनसे बचने के लिए 24 अगस्त की रात करीब 12 बजे अंधेरे में जगसी पैदल ही बॉर्डर के पास आ गया और भारत-पाक सीमा के नवातला बॉर्डर की तारबंदी पार कर भारतीय सीमा (बाड़मेर) में पैदल ही दाखिल हो गया. उस समय वह बाड़मेर के सेड़वा थाना इलाके के गांव झड़पा पहुंच गया था. जहां पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया और बाद में बीएसएफ समेत कई सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की.
पूछताछ के बाद निर्णय लिया गया कि कानून में प्रावधान है कि राष्ट्र विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं होने पर पुश बैक करने का प्रावधान है. 5 नवंबर को बाखासर पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था. अब शनिवार को बाखासर पुलिस ने मेडिकल करवाकर उसको बीएसएफ को सौंपा कर दिया.
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