Rajasthan News: छात्रसंघ चुनाव को लेकर कैंपस में चल रहा आंदोलन अब कोर्ट पहुंच गया है. छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने हाईकोर्ट में एक पीआईएल दायर की है. शुभम ने कहा है कि अगर छात्र संघ के चुनाव नहीं हो रहे हैं तो चुनाव शुल्क और सदस्यता शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए. जिन सत्रों में चुनाव नहीं हुए हैं, उन सत्रों में विद्यार्थियों से ली गई राशि उन्हें वापस लौटानी चाहिए.
आंदोलन पर राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र
छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से उठ रही है. राजस्थान विश्वविद्यालय में भी छात्र बीते कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. पिछले दिनों प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इसके विरोध में छात्रों ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया था.
शुभम ने विश्वविद्यालय पर विद्यार्थियों से ली कॉशनमनी को न लौटाने का भी आरोप लगाया. उनका आरोप था कि विश्वविद्यालय ने कॉशन मनी लौटाने को लेकर स्पष्ट प्रावधान नहीं किए हैं. इसलिए हजारों विद्यार्थी यह राशि नहीं ले पाते हैं. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपों को नकारा है. कुलानुशासक आर एन शर्मा ने कहा कि राशि लेने को लेकर स्पष्ट प्रावधान हैं.
छात्र संघ चुनाव के लिए ली जाती है फीस
कोई भी विद्यार्थी अगर राशि लेने के लिए आवेदन देता है तो उसके खाते में राशि वापस लौटा दी जाती है. यह आरोप गलत हैं. राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रों से छात्र संघ चुनाव के लिए 145 रुपए और सदस्यता शुल्क के नाम पर 110 रुपए लेता है. साथ ही कॉशन मनी के लिए 375 रुपए लिए जाते हैं. विद्यार्थियों की दलील है कि अगर चुनाव नहीं होते हैं तो विद्यार्थियों से यह राशि नहीं लेनी चाहिए.
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