Rajasthan News: विधानसभा चुनाव से पहले आठ दिन में दूसरी बार राजस्थान के दौर पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंंने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस सरकार के 5 साल में जनता को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. लोगों के पैसे को लूटकर कांग्रेस ने अपनी तिजोरी भरी है. युवाओं के साथ भी सही नहीं किया गया है. मैं गारंटी देता हूं कि भाजपा उसके तह तक जाएगी और मैं एक-एक पेपर लीक माफिया का पाताल में जाकर फैसला करूंगा. एक भी पेपर लीक माफिया को छोड़ा नहीं जाएगा.'
'मोदी का दिल बहुत बड़ा है'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पता है कि कांग्रेस सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो चुका. वे आग्रह कर रहे हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद उनकी सरकार की योजना को बंद न किया जाए. वे समझ गए हैं. पूरा राजस्थान, पूरा मेवाड़ क्या सोच रहा है, यह चित्तौड़गढ़ में साफ-साफ दिख रहा है. पंडाल से बाहर इतने लोग हैं, यह अजूबा है. जिनको पंडाल में जगह नहीं मिली उनसे माफी चाहता हूं. पंडाल भले छोटा पड़ गया, मोदी का दिल बहुत बड़ा है. राजस्थान ने एलान कर दिया है, राजस्थान को बचाएंगे, भाजपा को लाएंगे.
'सरकार बनते ही सिंचाई के पानी की व्यवस्था'
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, 'मोदी ने राजस्थान के लाखों परिवार को पाइप से पानी पहुंचाने की गारंटी दी थी. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब भी राजस्थान को पानी देता था. आज दो राज्य पानी के लिए आपस में पानी के लिए लड़ते हैं, लेकिन मैंने राजस्थान को नर्मदा का पानी दिया था. आपके रसोई घर में नल से जल मोदी की गारंटी है. राज्य के 45 लाख से ज्यादा परिवारों में नल से जल पहुंच चुका है. अगर राज्य सरकार ने मदद की होती तो हर घर में पानी पहुंच गया होता. सिंचाई के पानी की व्यवस्था भी भाजपा की सरकार बनते ही किया जाएगा.'
4 साल में 12 पेपर हो चुके हैं लीक
दरअसल, राजस्थान में 2011 से 2022 तक पेपर लीक के 26 मामले दर्ज हुए हैं, जिनकी वजह से अभी तक लाखों अभ्यार्थी प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो सीएम गहलोत के टर्म में सबसे ज्यादा पेपर लीक हुए हैं. 2019 के बाद से अभी तक 12 बार पेपर लीक हुए हैं. यानी राजस्थान में हर साल औसतन तीन पेपर लीक हुए हैं. इनमें सबसे लेटेस्ट में हाईकोर्ट एलडीसी भर्ती मार्च 2022 में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसके बाद उस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.