![Rajasthan: 'समरावता गांव में पुलिस ने घरों को जलाया' सचिन पायलट बोले- सरकार नहीं चाहती जांच हो और सच्चाई सामने आए Rajasthan: 'समरावता गांव में पुलिस ने घरों को जलाया' सचिन पायलट बोले- सरकार नहीं चाहती जांच हो और सच्चाई सामने आए](https://c.ndtvimg.com/2025-02/3ubh8qeo_4_625x300_13_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Naresh Meena In Jail: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा है कि समरावता काण्ड की जांच होनी चाहिए. जयपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ये कहा था, सरकार के मंत्री ने कहा था कि न्यायिक जांच होनी चाहिए, मैंने भी कहा था कि इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए, प्रशासनिक और पुलिस की जांच से सच्चाई सामने नहीं आएगी. अगर किसी के साथ ग़लत हुआ है, लोगों को मारा गया है, घरों को जलाया गया, दिन छिपने के बाद किया गया, अगर जांच ही नहीं हुई है तो सच्चाई सामने कहां से आएगी?
पायलट ने कहा कि सरकार की न्याय देने की कोई मंशा नहीं है, क्योंकि सरकार जांच ही नहीं कर रही है. अगर सरकार की मंशा होती तो अब तक तो जांच हो चुकी होती. सरकार बस सच्चाई छिपाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार के हर मामले में अदालत को दखल देना पड़ रहा है, सरकार कर क्या रही है?
नरेश मीणा की ज़मानत याचिका पर सुनवाई पूरी
उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में हुई हिंसा के मामले में नरेश मीणा की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. मामले की सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता डॉ. महेश शर्मा ने तर्क दिया कि समरावता गांव के लोग लंबे समय से तहसील मुख्यालय बदलने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे और उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया था.
उन्होंने दावा किया कि हिरासत में रहने के कारण याचिकाकर्ता का बाद में हुई आगजनी की घटनाओं से कोई संबंध नहीं है और उसे गलत तरीके से इस मामले में फंसाया गया है.
14 नवंबर को नरेश मीणा की हुई थी गिरफ्तारी
समरावता गांव में 13 नवंबर को देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान मतदान का ग्रामीणों द्वारा बहिष्कार किया गया और उसी दौरान तीन वोट डाले जाने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था.
इससे पहले ग्रामीणों ने विभिन्न मांगों को लेकर वोटिंग का बहिष्कार शुरू किया था और काफी हंगामा हुआ था. इसी दौरान थप्पड़ कांड हुआ और एसडीएम को थप्पड़ मारने का मामला तूल पकड़ गया और नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया.
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