अजमेर में बन रहा था घटिया गुड़, हो सकता था कैंसर, फैक्ट्री सीज

अजमेर में राजस्थान सरकार के द्वारा चलाए जा रहे 'शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान' के तहत यह कार्रवाई की गई है. मौके पर मिले दुर्गंध मारते हुए गुड़ को टीम ने नष्ट कर दिया.

Advertisement
Read Time: 2 mins

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर जिले में गुरुवार शाम को CMHO डॉक्टर ज्योत्सना रंगा ने नसीराबाद की महावीर कॉलोनी में गुड़ बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा. जांच के दौरान फैक्ट्री में हजारों किलो खराब गुड़ मिला, जिसमें से बहुत तेज दुर्गंध आ रही थी. इसके बाद CMHO ने यहां पर 9000 किलो गुड़ और 30 किलो सेफोलाइट सीज कर दिया.

CMHO ने बताया कि इस फैक्ट्री में जो गुड़ बनाया जा रहा था, उससे लोगों की सेहत खराब हो रही थी. साथ ही यह पशुओं के लिए भी बहुत हानिकारक था. फिलहाल फैक्ट्री में तैयार हो रहे गुड़ और अन्य सामग्री के सैंपल लेकर जांच के लिए सरकारी प्रयोगशाला में भेजे दिए गए हैं. वहीं हजारों किलो दुर्गंध मारता गुड़ नष्ट किया गया.

फैक्ट्री में फैला हुआ खराब गुड़

दुर्गंध से परेशान थे स्थानीय लोग

अजमेर डॉक्टर ज्योत्सना रंग ने बताया कि नसीराबाद स्थित के डेराठू मार्ग पर महावीर कॉलोनी में गुड़ बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. कुछ समय पहले स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि इस फैक्ट्री से बहुत ही ज्यादा दुर्गंध आ रही है. इसमें घटिया क्वालिटी का गुड़ बनाया जा रहा है.

शिकायत मिलने के बाद गुरुवार शाम को खाद्य सुरक्षा विभाग और ड्रग कंट्रोलर की टीम 'शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान' के तहत फैक्ट्री में जांच के लिए आई. विभाग के अधिकारियों ने मौके से अलग-अलग गुड़ के तीन नमूने लेकर सरकारी लैब में जांच के लिए भेज दिए. नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

'इस गुड़ को खाने से बन सकता है कैंसर' 

CMHO  ज्योत्सना रंगा ने कहा कि मनुष्य और पशुओं के लिए यह गुड़ बहुत हानिकारक था. कैंसर (Cancer) जैसी घातक बीमारी इस तरह का गुड़ खाने से होती है. राजस्थान सरकार के द्वारा चलाए जा रहे 'शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान' के तहत यह कार्रवाई की गई है. मौके पर मिले दुर्गंध मारते हुए गुड़ को टीम ने नष्ट कर दिया.

यह भी पढ़ें- उदयपुर में फिर हुई चाकूबाजी से माहौल गरमाया, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज, बुल्डोजर एक्शन की मांग