Rajasthan News: बीजेपी विधायक सूर्यकांता व्यास से सीएम अशोक गहलोत की मुलाकात के बाद राजस्थान में सियासी हलचल तेज हो गई है. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने सूरसागर सीट से सूर्यकांता व्यास का टिकट काटकर देवेंद्र जोशी को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने अभी तक इस सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है. ऐसे में सीएम गहलोत का व्यास के घर जाकर उनसे मिलना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कार्यकर्ताओं ने लगाए जिंदाबाद के नारे
सीएम के देर रात भाजपा विधायक के घर जाने की सूचना जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मिली तो वे भी मौके पर पहुंच गए और विधायक के घर के बाहर अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. मुलाकात के बाद विधायक व्यास गेट तक सीएक को छोड़ने आईं, और उन्हें दोनों हाथों से आर्शीवाद भी दिया. इसके बाद सीएम कार्यकर्ताओं को धन्यवाद करते हुए गाड़ी में बैठ गए और वहां से रवाना हो गए. इस दौरान विधायक सूर्यकांता व्यास कैमरे पर कुछ भी बोलने से बचती नजर आईं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि सीएम शिष्टाचार भेंट करने आए थे.
'बदले की राजनीति के तहत कटा टिकट'
जोधपुर दौरे के पहले दिन भी सीएम अशोक गहलोत ने एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुए सूर्यकांता व्यास का जिक्र किया था, और सूरसागर से उन्हें टिकट न देने पर भाजपा पर हमला बोला था. सीएम ने कहा था कि, 'जिस जिस ने मेरी तारीफ की है, उनके साथ बीजेपी पार्टी चुन-चुन कर बदला ले रही है. सूर्यकांता व्यास का टिकट भी इसी 'बदले की राजनीति' के तहत काटा गया है. जबकि उनकी पार्टी में उन्हीं की उम्र के कई अन्य लोगों को टिकट दिया गया है. लेकिन सूर्यकांता का सरकार के कामों पर सकारात्मक तरीके से दिया गया वक्तव्य, पार्टी को पसंद नहीं आया. भाजपा में जिस किसी ने भी गहलोत या कांग्रेस के काम की बात करी है, उसके साथ पार्टी बदले की नीति से टिकट काट रही है. ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भाजपा को विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है, और टिकट वितरण को लेकर भाजपा पर लगातार आरोप लग जा रहे हैं.'