Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल की शुरुआत होते ही कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को धमकी मिलने का मामला उठा दिया, और प्रदेश की जेलों में कमजोर व्यवस्था पर सवाल उठाए. आर्दश नगर सीट से विधायक रफीक खान ने जयपुर की सेंट्रल जेल में कुल पुरुष और महिला कैदियों की संख्या और उनकी कैपेसिटी की जानकारी मांगते हुए राजस्थान सरकार से पूछा कि क्या ये सही है कि राजस्थान की जेले असुरक्षित हो गई हैं? और वहां कैदियों को हर ऐशो आराम की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं? मोबाइल फोन, जिससे मुख्यमंत्री तक को धमकी मिल जाती है, उसे रोकने के लिए आपने क्या इंतजाम किए हैं?
जेल में कैपेसिटी से ज्यादा कैदी
राजस्थान सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने सदन में कहा, 'जयपुर सेंट्रल जेल की कुल कैपेसिटी 1173 कैदियों की है. इनमें से 406 कैदी ऐसे हैं जिन्हें कोर्ट द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है. जबकि 1181 कैदी ऐसे हैं जिनका केस अभी भी अंडर ट्रायल है. इसीलिए शालावास में 700 कैदियों के लिए अतिरिक्त सुविधा मिल रही है. उनमें से 340 अभी वहीं हैं. जबकि 64 कैदी सेंट्रल जेल से वहां गए हैं. सेंट्रल जेल में महिला कैदियों की संख्या 95 है. जबकि पुरुष कैदियों की संख्या 499 है.'
डिस्ट्रिक्ट जेल में शिफ्ट होंगे कैदी
मंत्री ने आगे कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि पूर्ववती सरकार ने हाल ही में 19 जिले बनाए हैं, जिनमें अभी तक डिस्ट्रिक्ट जेल नहीं बनी है. इन्हें बनाने का कार्य जारी है. जैसे ही ये कार्य पूरा हो जाएगा, तब कैदियों को सेंट्रल जेल से डिस्ट्रिक्ट जेलों में शिफ्ट किया जाएगा.' मुख्यमंत्री को धमकी मिलने के मामले पर जवाब देते हुए मंत्री ने कहा, 'हर जेल से मोबाइल मिलने जैसी खबरें आती रहती हैं. जेल को दूसरी जगह पर शिफ्टिंग के लिए विचार किया जा रहा है. लेकिन ज्यादातर लोड डिस्ट्रिक्ट जेल बनने के बाद कम हो जाएगा.'
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