
Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को चूरू में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान किया. यह कार्यक्रम आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर 'संविधान हत्या दिवस 2025' के रूप में मनाया गया. मंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों के चरण स्पर्श कर उनका आभार जताया और कहा कि इनके संघर्ष के बिना आज भारत में लोकतंत्र जिंदा नहीं होता.
"लोकतंत्र सेनानियों का बलिदान अविस्मरणीय"
मदन दिलावर ने कहा कि 50 साल पहले 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर संविधान का गला घोंट दिया था. बड़े-बड़े नेताओं जैसे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और आरएसएस के गोलवलकर जी को बिना कारण जेल में डालकर यातनाएं दी गईं. अखबारों पर पाबंदी लगाई गई, कागज जब्त कर लिए गए और जनता के मौलिक अधिकार छीन लिए गए. 'भारत माता की जय' बोलने वालों को पुलिस पीटती थी. फिर भी लोकतंत्र सेनानी डटकर लड़े और देश को लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रेरित किया.
"आने वाली पीढ़ी को जागरूक करना जरूरी"
मंत्री ने कहा कि नई पीढ़ी को आपातकाल के काले अध्याय के बारे में जानना चाहिए. लोकतंत्र सेनानियों ने कितने कष्ट सहे, यह इतिहास हमें सिखाता है. उन्होंने जोर दिया कि भावी पीढ़ी को संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सजग रहना होगा, ताकि कोई फिर से आपातकाल जैसा कदम न उठा सके.
"कार्यक्रम में गूंजा लोकतंत्र का स्वर"
चूरू टाउनहॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों को शॉल और सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि इन सेनानियों का जितना सम्मान करें, उतना कम है. कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी और स्थानीय लोग भी शामिल हुए.
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