Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में मंदिरों में चोरी करने वाली गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. वहीं दोनों आरोपियों से पूछताछ में बताया कि दोवड़ा और आसपुर थाना क्षेत्र में 9 मंदिर में 11 चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कही है.
आरोपियों का कहना है कि वह लोग शोक पूरा करने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
26 अप्रैल को मंदिर में की थी चोरी
डूंगरपुर जिले के दोवडा थानाधिकारी मदनलाल खटिक ने बताया की 27 अप्रैल को दामडी निवासी विद्याशंकर व्यास ने रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट में बताया था की 26 अप्रैल की रात को व्यास आश्रम की पहाड़ी पर स्थित हनुमान मंदिर में चोरों ने चोरी की है. दानपेटी से दान सहित अन्य सामान चुराकर ले गए है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. वही जांच के लिए एसपी मोनिका सैन के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने सफलता हासिल करते हुए मुंगाना निवासी मोहन पुत्र जयन्तिलाल कलासुआ और गेमरिया निवासी नरेश पुत्र रमेश अहारी को डिटेन किया.
वहीं पुलिस ने दोनों युवको से पूछताछ की तो मोहन व नरेश ने चोरी की वारदात का करना कबूल किया. जिस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने दोवडा व आसपुर थाना क्षेत्र में 9 मंदिरों में चोरी करने के साथ एक बाइक और एक पंक्चर की दूकान से लोहे के ओजारो की चोरी करना भी कबूल किया है.
गुजरात में वेष बदलकर कर रहा था काम
थानाधिकारी मदनलाल ने बताया की आरोपी मौज शोक पूरा करने के लिए चोरियां करते थे और आधा-आधा हिस्सा बाट लेते थे. इधर मुख्य आरोपी मोहन चोरियों के बाद गुजरात चला गया था. वहीं गुजरात में एक व्यवसाई के घर पर नाम बदलकर काम कर रहा था. थानाधिकारी ने बताया की मोहन की अपने मालिक व्यवसाई के घर पर भी चोरी की प्लानिंग थी लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड लिया. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और भी वारदात खुलने की संभावना है.
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