राजस्थान चुनावः रमेश बिधूड़ी को टोंक का प्रभारी बनाए जाने की इनसाइड स्टोरी, जानिए आखिर क्या चाह रही भाजपा?

Ramesh Bidhuri in Rajasthan Elections: सचिन पायलट के गढ़ में कांग्रेस को टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) को राजस्थान के चुनावी रण में उतार दिया है. भाजपा के इस चुनावी दांव की इनसाइड स्टोरी जानिए यहां.

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस नेता सचिन पायलट.

Ramesh Bidhuri in Rajasthan Elections: दिल्ली के भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. बीते दिनों संसद में चर्चा के दौरान उन्होंने बसपा के सांसद दानिश अली के लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था, वो आपकी जेहन में होगा ही. सदन में बिधूड़ी की इस बयानबाजी की खूब आलोचना हुई थी. उनकी खुद की पार्टी भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस तक जारी किया था. बिधूड़ी की अमर्यादित बयानबाजी के मामले की जांच अभी चल ही रही है. लेकिन इस बीच भाजपा ने दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी को राजस्थान विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेवारी दे दी है.

दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी को भाजपा ने राजस्थान के टोंक जिले का चुनाव प्रभारी बनाया है. टोंक राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का गढ़ है. ऐसे में सचिन पायलट को उन्हीं के गढ़ में घेरने के लिए भाजपा ने रमेश बिखूड़ी को मैदान में उतार दिया है. लेकिन भाजपा ने ऐसा क्यों किया? दिल्ली के सांसद को राजस्थान के एक जिले का चुनाव प्रभारी क्यों बनाया गया? आइए जानते हैं बिधूड़ी को प्रभारी बनाए जाने की इनसाइड स्टोरी. 

सचिन पायलट की घेराबंदी की तैयारी
दरअसल राजस्थान चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी रणनीति पर काम कर रहे है. कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य और राजस्थान में कांग्रेस ने नंबर-2 नेता कहे जाने वाले सचिन पायलट को उनके ही गढ़ में घेरने की रणनीति पर बुधवार को भाजपा ने एक बड़ा दांव खेला है.

पायलट प्रोजेक्ट को लेकर भाजपा ने सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले का चुनाव प्रभारी बनाया है. दरअसल भाजपा अपने दो तेज-तर्रार गुर्जर सांसद रमेश बिधूड़ी और सुखबीर जौनापुरिया के सहारे सचिन पायलट को टोंक में घेरने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है. 
 

Advertisement
इस रणनीति के तहत भाजपा की एक गुप्त बैठक शहर के निजी होटल में हुई थी, जिससे मीडिया को दूर रखा गया था. अब बिधूड़ी और जौनपुरिया के सहारे भाजपा टोंक में पायलट की उड़ान रोकने की कोशिश में लगी है.

 
पायलट के खिलाफ भाजपा का गुर्जर कार्ड 

उल्लेखनीय हो कि टोंक कांग्रेस नेता सचिन पायलट का गढ़ है. उन्होंने इस बार भी टोंक से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. अपने पिछले दौरे में पायलट ने जनता से 2018 के मुकाबले ज्यादा वोटों से जीताने की अपील की थी. अब भाजपा ने पायलट की नाक में दम करने के लिए टोंक में ही पायलट को घेरने की रणनीति के तहत गुर्जर कार्ड खेलते हुए टोंक में सचिन पायलट को घेरने का पायलट प्रोजेक्ट तैयार कर रमेश बिधूड़ी को टोंक ज़िला चुनाव प्रभारी बनाया है.

बीती रात टोंक पहुंचे बिधूड़ी, गुप्त बैठक के बाद जयपुर हुए रवाना

बीती रात रमेश बिधूड़ी टोंक पंहुचे और आज टोंक आगमन पर एक निजी होटल पर उनका स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में भाजपा के नेता और टोंक सवाई माधोपुर से सांसद गुर्जर नेता व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुखबीर जौनापुरिया ने रमेश बिधूड़ी से मुलाकात की.

उनका स्वागत पूर्व विधायक राजेन्द्र गुर्जर के नेतृत्व में भी उनका स्वागत किया गया. शहर के निजी होटल में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद रमेश बिधूड़ी जयपुर के लिए हुए रवाना लेकिन इस पूरे कार्यक्रम की मीडिया को सूचना नहीं दी गई.

Advertisement

टोंक में अल्पसंख्यक और गुर्जर वोटरों की संख्या अधिक

टोंक विधानसभा सीट पर अल्पसंख्यक और गुर्जर मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. सचिन पायलट खुद गुर्जर हैं. जबकि अल्पसंख्यक का वोटिंग पैटर्न एंटी बीजेपी रहा है. ऐसे में टोंक से पायलट अभी तक आसान उड़ान भरते नजर आए हैं. लेकिन अब यहां के गुर्जरों को भाजपा के पाले में करने के लिए पार्टी ने रमेश बिधूड़ी और सुखबीर जौनपुरिया को मैदान में उतार दिया है. अब देखना होगा कि भाजपा को इस प्रोजेक्ट में सफलता हाथ लगती है या नहीं. 

यह भी पढ़ें - राजस्थान के चुनावी रण में उतरे रमेश बिधूड़ी, सचिन पायलट के गढ़ में निभाएंगे बड़ी जिम्मेदारी

Advertisement