
Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के गांव लखासर में करीब अढ़ाई महीने पहले हुए हत्याकांड के मुख्य आरोपी को चंडीगढ़ के पास डेरा बस्सी में गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल लखासर निवासी महावीर बिश्नोई की 18 मई को उनके घर के बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसकी गोलूवाला पुलिस तलाश कर रही थी. बीकानेर रेंज आईजी ने आरोपित सुमित पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. आरोपित सुमित सांवक को चंडीगढ़ के नजदीक डेराबस्सी से पंजाब पुलिस ने पकड़ लिया है.
पंजाब पुलिस और AGFT की कार्रवाई
पंजाब पुलिस और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की संयुक्त कार्रवाई के दौरान आरोपित सुमित के डेरा बस्सी स्थित एक पीजी में छुपे होने की सूचना मिली थी, जिस पर रेड की गई तो आरोप है कि सुमित ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया जिस पर पंजाब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो सुमित के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया. जिस पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां बाद में पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
हालांकि गोलूवाला पुलिस को भी उसके डेराबस्सी में होने की सूचना मिल गई थी और एसएचओ हंसराज के नेतृत्व में थाने की एक टीम डेराबस्सी रवाना भी हो गई थी, लेकिन इस टीम के पहुंचने से पहले ही पंजाब पुलिस को भी सुमित के बारे में जानकारी मिल गई, जिस पर गोलुवाला थाना की टीम पहुंचने से पहले ही पंजाब पुलिस ने कार्रवाई कर दी. अब गोलूवाला पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपित सुमित सांवक को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करेगी.
गोलूवाला एसएचओ हरबंशलाल सारसर ने बताया कि उन्हें सुमित सांवक के चंडीगढ़ में होने का इनपुट मिला था. इसी पर वे आसूचना अधिकारी भागचंद, कांस्टेबल कृपालाराम, कांस्टेबल गुरविंदर के साथ चंडीगढ़ रवाना हुए थे.
दोहरे हत्याकांड में भी था शामिल
करीब 11 वर्ष पहले संगरिया में छात्र संघ चुनाव के दौरान हुए दोहरे हत्याकांड की रंजिश में हत्या करने के बात सामने आई है. जहां 2014 में छात्रसंघ चुनाव की एक रैली के दौरान सोनू बिश्नोई और पेट्रोल बिश्नोई की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. मृतक महावीर का बड़ा भाई रविन बिश्नोई इस मामले में आरोपी था. वर्तमान में वह जमानत पर है.
हत्या कांड से पहले सुमित सांवक उस वक्त चर्चा में आया जब पंजाब के शिकारी बीकानेर क्षेत्र के जंगल में शिकार करने गए थे जहां ये शिकार करने के विरोध में शिकारियों से भिड़ गया और बाद में पुलिस की मदद कर थार गाड़ी सहित शिकारियों की गिरफ्तारी करवाई थीं. कई सामाजिक संगठनों ने उस समय घटना में शिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम और सहयोगियों का सम्मान किया था, जहां सुमित को जीव प्रेमी के रूप में सम्मानित किया गया था.
बताया जाता है कि बाद में सुमित कई गैंगस्टर्स के संपर्क में आया. उसके बाद गांव के ही कई लड़कों अपने साथ लेकर महावीर हत्याकांड को अंजाम दिया.
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