
राजस्थान के झालावाड़ जिले में सामूहिक विवाह के एक आयोजन के दौरान पुलिस द्वारा दूल्हे को गिरफ्तार किए जाने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस को जान बचाकर मौके से भागना पड़ा. वे अपनी गाड़ी वहीं छोड़कर पैदल ही भाग गए.
सामूहिक विवाह में पहुंची पुलिस
यह घटना झालरापाटन के भूतेश्वर मंदिर की है, जहां सामूहिक विवाह का आयोजन हो रहा था. पुलिस को सूचना मिली थी कि अल्का मीणा पुत्री कालूलाल मीणा, निवासी चेचट, कोटा ग्रामीण, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मोडक थाने में दर्ज थी, वह यहां विवाह कर रही है. अल्का का विवाह मुकेश खटीक निवासी चेचट से संपन्न हो रहा था.
पुलिस ने दूल्हे को पकड़ा तो लोगों ने फूटा गुस्सा
मोडक थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन जब तक पुलिस पहुंची, तब तक फेरे और वरमाला का कार्यक्रम संपन्न हो चुका था. पुलिस ने दूल्हे मुकेश को पकड़कर अपनी गाड़ी में बैठा लिया. यह दृश्य देखते ही विवाह में शामिल लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया और फिर अचानक पथराव शुरू कर दिया.
ग्रामीणों ने दूल्हे को छुड़ाया
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने स्थानीय थाना झालरापाटन को बिना सूचना दिए सीधे मौके पर पहुंचने का निर्णय लिया था. पथराव इतना तीव्र था कि पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी छोड़कर भागना पड़ा. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी में बैठे दूल्हे को भी उतार लिया. घटना के बाद मोडक थाना पुलिस ने झालरापाटन थाना पहुंचकर पूरी जानकारी साझा की और मामले की रिपोर्ट दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मोडक पुलिस लड़की के परिजनों के साथ एक निजी वाहन में विवाह स्थल पर पहुंची थी.
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