Rajasthan Politics: राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने को लेकर बवाल मचा हुआ है. भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी अब तक लगातार एसआई भर्ती 2021 को रद्द करने की मांग रहे रहे थे. हालांकि, रविवार को किरोड़ी लाल मीणा ने एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर सवाल पूछ जाने पर मुंह पर अंगुली रख ली. SI भर्ती समेत कई मुद्दों पर पत्रकारों के सवालों को देने से इनकार कर दिया है. पहले ही तरह किरोड़ी लाल मीणा का सवाल पूछे जाने पर मुंह पर अंगुली रखना एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है.
SI भर्ती के सवाल पर बोलने से इनकार
दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा दिल्ली दौरे से लौटकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मिलने पहुंचे थे. प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के बाद जब किरोड़ी लाल जाने लगे तो पत्रकारों ने उनसे एसआई भर्ती रद्द करने को लेकर सवाल किया है. इस पर किरोड़ी लाल मीणा ने मुंह पर अंगूली रख ली और किसी भी मुद्दे पर बोलने से इनकार कर दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष से मिला हूँ. संगठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई है.
किरोड़ी लाल मीणा से मुलाक़ात पर मदन राठौड़ ने कहा कि वे हमारी पार्टी के सदस्य हैं, मंत्री हैं. कई मुद्दों पर उनकी अपनी राय है. कई बार नाराज़ हो जाते हैं, लेकिन ये सब परिवार का मामला है. बड़ी बात है कि किरोड़ी लाल ऐसे समय में मदन राठौड़ से मुलाकात करने पहुंचे, जब कुछ ही दिन पहले उन्होंने दिल्ली में जाकर अमित शाह से मुलाकात की थी.
किरोड़ी लाल की चुप्पी के सियासी मायने
पहले दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात, फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ मीटिंग के बाद एसआई भर्ती रद्द करने के सवाल पर किरोड़ी लाल के इस अंदाज के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. क्योंकि जो किरोड़ी लाल लगातार एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग रहे थे, आज वही किरोड़ी ने एसआई भर्ती रद्द करने से जुड़े सवाल पर चुप्पी साध ली. लोकसभा चुनाव के बाद भी मंत्री पद से इस्तीफे के सवाल पर भी किरोड़ी लाल ने इसी अंदाज में मुंह पर अंगुली रख ली थी.
बता दें कि किरोड़ी लाल ने 30 दिसंबर को भी एसआई भर्ती को लेकर कहा था कि SOG ने जांच के बाद एसआई भर्ती रद्द करने की सिफारिश की है. पुलिस हेडक्वार्टर और एडवोकेट जनरल ने भी एसआई भर्ती को रद्द करने की बात कही है. कैबिनेट सब कमेटी ने भी रद्द करने की अनुशंसा की है. लेकिन पता नहीं इसके बाद भी एसआई भर्ती को रद्द क्यों नहीं की जा रही है.
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