
Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पिछले दो महीनों से छात्रों के हितों के लिए धरना दे रहे हैं. उनकी मांगें हैं- एसआई भर्ती रद्द करना, राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) का पुनर्गठन और छात्रों के हक में नीतियां. बेनीवाल ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे किसी भी वक्त दिल्ली कूच करेंगे.
भजनलाल सरकार पर बेनीवाल का हमला
हनुमान बेनीवाल ने भजनलाल शर्मा सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि पिछले सात दिनों से वे मृतक डॉ. राकेश बिश्नोई को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर हैं. एक मोर्चे पर जीत मिली, लेकिन सरकार की असंवेदनशीलता से नाराज बेनीवाल ने कहा, “ये रवैया भजनलाल शर्मा और भाजपा को ले डूबेगा. हम छात्रों के हक के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे.” उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी मांगें जायज हैं और वे सरकार से इन्हें पूरा करवाकर रहेंगे.
विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर सवाल
बेनीवाल ने पुलिस द्वारा विश्वविद्यालय में घुसकर छात्र नेता निर्मल और विधायक अभिमन्यु पूनिया की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर हमला बताया. बेनीवाल ने कहा, “पुलिस का यह कदम लोकतंत्र के खिलाफ है. हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं.”
कांग्रेस पर बयानबाजी का आरोप
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बेनीवाल ने कहा कि वह केवल बयानबाजी करती है. निर्मल और अभिमन्यु की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेताओं ने सिर्फ बयान दिए, लेकिन धरने पर कोई नहीं पहुंचा. बेनीवाल ने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस डेढ़ साल से विपक्ष की भूमिका भूल चुकी है. वह जमीन पर संघर्ष से दूर है.”
दिल्ली कूच की चेतावनी
बेनीवाल ने बताया कि उन्होंने एक लाख लोगों की रैली निकाली, फिर भी कानून-व्यवस्था बरकरार रखी. उन्होंने प्रधानमंत्री से समय मांगा है, लेकिन अगर समय नहीं मिला, तो वे दिल्ली कूच करेंगे. बेनीवाल ने दृढ़ता से कहा, “हम एसआई भर्ती रद्द करवाएंगे और RPSC का पुनर्गठन भी होगा.” यह धरना और बेनीवाल का आक्रामक रुख राजस्थान की सियासत में हलचल मचा रहा है. क्या उनकी मांगें पूरी होंगी, या दिल्ली कूच होगा? यह देखना बाकी है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan: दौसा में देह व्यापार का भंडाफोड़, तीन महिलाओं समेत एक युवक गिरफ्तार