Rajasthan News: राजस्थान SI भर्ती परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े को लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. राजस्थान की SOG टीम लगातार इस मामले में गिरफ्तारी कर रही है. जबकि कई लोगों को पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, जब से SI भर्ती में फर्जीवाड़े की बात सामने आई है तब से इस परीक्षा को रद्द करने की मांग की जा रही है. अब लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान से ठीक पहले एक बार फिर प्रदेश में SI भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग तेज हो गई है.
दरअसल, राजस्थान युवा एकीकृत महासंघ ने SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की है. राजस्थान युवा एकीकृत महासंघ के बैनर तले युवाओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर 2005 के बाद हुई सभी भर्ती परीक्षाओं एवं एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग की.
क्यों रद्द होनी चाहिए SI भर्ती परीक्षा
युवाओं का कहना है कि इस मामले में यह साफ है कि परीक्षा पारदर्शी तरीके से नहीं हुई है इसलिए इसे रद्द कर देना चाहिए। बाबूलाल कटारा जो न्यायिक अभिरक्षा में है, वह इंटरव्यू पैनल में भी शामिल रहा है. साथ ही गिरफ्तार ट्रेनी एसआई के मॉक इंटरव्यू के वायरल वीडियो देखकर उनके बारे में पता चलता है कि इंटरव्यू भी सही तरीके से नहीं हुआ है. अभ्यर्थियों ने यह भी कहा है कि अब तक की जांच में यह पता चला है कि जयपुर से पेपर लीक हुआ था. पेपर लीक के बाद बड़ी संख्या में लोग पेपर पढ़ कर पास हुए। इसलिए भर्ती परीक्षा रद्द होनी ही चाहिए.
बीजेपी को वोट न देने की चेतावनी
अब अपने सभी मांगों को लेकर युवाओं ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र भी लिखा है. राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष मनोज मीणा ने यह पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने अपील की है कि एसआई भर्ती परीक्षा को आरपीएससी को न दिया, पुराने पैटर्न पर ही परीक्षा आयोजित की जाए. विधानसभा चुनाव के वक्त युवाओं ने पेपर लीक जैसी घटनाओं से परेशान होकर भाजपा के पक्ष में मतदान किया था. इसलिए उम्मीद है कि सरकार हमारी बात सुनेगी. अगर ऐसा नहीं हुआ तो सभी युवा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और बीजेपी को वोट नहीं करेंगे.
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