Rajendra Singh Rathore: राजस्थान में लोकसभा चुनाव में शेखावाटी जाटलैंड में बीजेपी की हार बड़ा मुद्दा बनते जा रहा है. वहीं निशाने पर राजेंद्र सिंह राठौड़ हैं. हाल ही में बीजेपी के वरीष्ठ नेता देवी सिंह भाटी ने जाट बहुल्य क्षेत्र वाले सीटों पर हार को लेकर सीधे तौर पर राजेंद्र राठौड़ को जिम्मेदार ठहराया. वहीं राजेंद्र राठौड़ ने हार की जिम्मेदारी भी ली. लेकिन राहुल कस्वां से हार राजेंद्र सिंह राठौड़ को परेशान कर रही है.
राजेंद्र सिंह राठौड़ ने एक बार फिर राहुल कस्वां पर निशाना साधा है. उन्होंने राहुल कस्वां के लिए कहा है कि वह बड़े नेता नहीं हैं. जो उनकी वजह से अन्य सीटों पर हार हुई है.
कस्वां 5 सीट हराने वाले नेता नहीं
राजेंद्र सिंह राठौड़ ने अलवर में 'काला दिवस' के मौके पर अलवर पहुंचे थे. यहां उन्होंने मीडिया से बात की. जिसमें उनसे 5 सीटों पर हार की जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, चूरू में हार की जिम्मेदारी मैंने ली है और इसकी समीक्षा भी की जा रही है.
राठौड़ ने आगे कहा कि हार होने के कई कारण है. इसमें किसान आंदोलन की आहट ने भी बीजेपी को नुकसान पहुंचाया है. आरक्षण के मुद्दे पर लोगों को भटकाया गया है.
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को राजस्थान में 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. इसमें सबसे अहम शेखावाटी क्षेत्र के तीन अहम सीट जिसमें चूरू, सीकर और झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल कर बीजेपी को झटका दिया है. इसके लिए जाट समाज की नाराजगी वजह बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि चूरू सीट से राहुल कस्वां का टिकट कटवाना बीजेपी पड़ा. इसके लिए भी राहुल कस्वां को जिम्मेदार ठहराया गया है.
राहुल कस्वां का टिकट मैंने नहीं कटवाया- राठौड़
राजेंद्र सिंह राठौड़ ने राहुल कस्वां के टिकट कटवाने के सवाल पर कहा कि 'मैं एक साधाराण कार्यकर्ता हूं और टिकट देने और काटने की जिम्मेदारी संसदीय दल की होती है. वह जिन्हें टिकट देंगे हम उसका सपोर्ट करेंगे और मैंने भी यही किया.
बहरहाल राजेंद्र सिंह राठौड़ हाल ही में दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इसके बाद ही उन्होंने चूरू में हार की जिम्मेदारी ली थी. वहीं उन्होंने इच्छा जाहिर की थी कि वह एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में पार्टी में काम करना चाहते हैं.
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