RJS जिससे राजस्थान में बनते हैं जज; कैसे होती है ये परीक्षा - पूरी जानकारी

Rajasthan : राजस्थान जूडिशियल सेवा के लिए राजस्थान हाई कोर्ट हर साल प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करता है. इसमें सफल रहने वाले परीक्षार्थी सिविल जज बनते हैं.

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RJS : राजस्थान न्यायिक सेवा (Rajasthan Judicial Services) परीक्षा के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. परिणाम आने के बाद लगातार सफल परीक्षार्थियों के बारे में खबरें आ रही हैं. इस बार की परीक्षा में बेटियों की कामयाबी की बड़ी चर्चा हो रही है. परीक्षा में सफल रहे टॉप 10 परीक्षार्थियों में से 9 और टॉप 20 में से 16 महिलाएं हैं. हनुमानगढ़ जिले की राधिका बंसल ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया है. दूसरे नंबर पर टॉपर तनुराग सिंह चौहान हैं. RJS परीक्षा का परिणाम 27 अक्तूबर को राजस्थान हाईकोर्ट ने घोषित किया. कुल 222 परीक्षार्थी इस परीक्षा में सफल रहे. 

कैसे हुई परीक्षा

राजस्थान जूडिशियल सेवा के लिए राजस्थान हाई कोर्ट हर साल प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करता है. इसमें सफल रहने वाले परीक्षार्थी सिविल जज बनते हैं.

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RJS परीक्षा की सारी प्रक्रिया इसी वर्ष पूरी हुई. यह परीक्षा तीन चरणों में हुई - प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू. परीक्षा का नोटिफिकेशन 9 अप्रैल को जारी किया गया. इसकी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) 23 जून को हुई. इसमें लगभग 3000 परीक्षार्थी शामिल हुए. प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम 15 जुलाई को आए. 

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RJS परीक्षा 2024

  • 9 अप्रैल - नोटिफिकेशन
  • 23 जून - प्रीलिम्स
  • 31 अगस्त/1 सितंबर - मेन्स
  • 16 अक्तूबर से - इंटरव्यू
  • 27 अक्तूबर - रिज़ल्ट

प्रीलिम्स के बाद मुख्य परीक्षा (मेन्स) दो दिन - 31 अगस्त और 1 सितंबर - को आयोजित हुई. मुख्य परीक्षा के परिणाम 1 अक्तूबर को घोषित हुए. इसमें 638 उम्मीदवार सफल रहे.

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इसके बाद मेन्स परीक्षा में सफल रहे परीक्षार्थियों का साक्षात्कार (इंटरव्यू) हुआ. इंटरव्यू 16 अक्तूबर से शुरू हुआ.इसके बाद 27 अक्तूबर को अंतिम परिणाम घोषित किए गए. मेन्स और इंटरव्यू के प्राप्तांकों को जोड़ कर अंतिम नतीजे जारी किए गए.

राजस्थान न्यायिक सेवा के लिए योग्यता

राजस्थान न्यायिक सेवा की परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार का कम-से-कम 21 वर्ष का होना ज़रूरी है. सामान्य वर्ग के उम्मीदवार 40 साल की उम्र तक परीक्षा दे सकते हैं.

एससी, एसटी, ओबीसी और महिला उम्मीदवारों को आयु सीमा में 5 साल की छूट दी जाती है.

परीक्षा में शामिल होने के लिए एलएलबी की डिग्री ज़रूरी है. लॉ में स्नातक की पढ़ाई कर रहे अंतिम वर्ष के छात्र भी इसमें बैठ सकते हैं, बशर्ते उनकी मार्कशीट मेन्स परीक्षा तक आ जाए.

क्या पूछा जाता है

प्रारंभिक परीक्षा में 100 मल्टीपल च्वाइस प्रश्न पूछे जाते हैं. इनमें 70 सवाल लॉ के होते हैं. अन्य 30 प्रश्न हिन्दी और अंग्रेजी के होते हैं.

  • प्रीलिम्स - 100 वैकल्पिक प्रश्न
  • मेन्स - लॉ के दो पेपर, हिन्दी और अंग्रेज़ी में लेख

मेन्स परीक्षा में लॉ के दो पर्चे होते हैं. इनके अलावा हिन्दी और अंग्रेजी में लेख लिखना होता है.

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