Bharatpur News: RJS भर्ती परीक्षा 2024 का परिणाम जारी हो चुका है. भरतपुर जिले से करीब सात लोगों का चयन हुआ है, जिसमें चार लड़की और तीन लड़के शामिल हैं. तीन लड़कों में दो सगे भाई लितेंद्र सिंह कांटया और सिद्धार्थ सिंह कांटया हैं जिन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है.
जिले के नगला बंध गांव निवासी जीत सिंह ने जुडिशियल अधिकारी बनने का सपना देखा था लेकिन वह असफल रहे. अपनी असफलता के बाद उन्होंने अपने दोनों बेटों को जुडिशियल अधिकारी बनाने की ठानी थी और अब दोनो बेटों ने एक साथ RJS में सफलता हासिल कर पिता के सपने को पूरा कर दिया. दोनों सगे भाइयों का एक साथ चयन होने पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
RJS जिससे राजस्थान में बनते हैं जज; कैसे होती है ये परीक्षा - पूरी जानकारी
पिता का देखा ख़्वाब बेटों ने किया पूरा
एडवोकेट जीत सिंह ने बताया कि उनका सपना था कि वह एक जुडिशियल अधिकारी बनें उन्होंने RJS का एक्जाम भी दिया लेकिन असफल रहे. उसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया कि वो नहीं तो कोई बात नहीं लेकिन अब दोनों बेटों को जुडिशियल अधिकारी बनाना है. उन्होंने लितेंद्र और सिद्धार्थ को 10th और 12th की भरतपुर से पढ़ाई के बाद जयपुर BA LLB कराने के लिए भेजा. दोनों बेटों ने जयपुर में रहकर ही RJS की तैयारी की और पहले ही प्रयास में दोनों बेटों का एक साथ चयन हुआ है.
बड़े बेटे लितेंद्र सिंह कांटया ने 173 वीं रैंक तो छोटे बेटे सिद्धार्थ सिंह कांटया ने 177 वीं रैंक हासिल की है. वो कहते हैं ''मैं बेहद खुश हूं क्योंकि मेरा सपना मेरे दोनों बेटों ने पूरा कर दिया''.
'हमने परिजनों को दिवाली का तोहफा दिया है'
लितेंद्र सिंह कांटया और सिद्धार्थ सिंह कांटया ने बताया कि दोनों भाइयों का एक साथ चयन हुआ है. हम बेहद खुश है और परिजनों को दीपावली से पहले तोहफा दिया है. पिता जीत सिंह ने सालों पहले जुडिशियल अधिकारी बनने का सपना देखा था बस इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हम दोनों भाइयों ने एक साथ तैयारी की और पहले ही प्रयास सफलता हासिल की है.
दोनो सगे भाइयों का एक साथ RJS में चयन होने पर उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
यह भी पढ़ें- नजर चूकी और स्कूटी से 6 लाख रुपये से भरा बैग लेकर भागा लड़का, CCTV से क़ैद हुई घटना