Rajasthan News: सीकर जिले के पलसाना इलाके के ढूकिया ग्राम पंचायत के मजीपुरा गांव के निवासी हवलदार सज्जन सिंह खीचड़ बीते दिन शहीद हो गए. वे सिक्किम में बाढ़ से परेशान लोगों को बचाते समय अपने प्राण गंवा बैठे. सज्जन सिंह का पार्थिव देह आज सुबह पलसाना के मंडा मोड पहुंचा. जहां से तिरंगा वाहन रैली से उनका पार्थिव देह भारत माता के जयकारे और जब तक सूरज चांद रहेगा सज्जन सिंह का नाम रहेगा के नारों के साथ उनके पैतृक गांव मजीपुरा लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा. उनके अंतिम संस्कार में स्थानीय प्रशासन और सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे.
पानी की तेज बहाव ने ली जान
सज्जन सिंह 2001 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. वह 18 महार रेजीमेंट में हवलदार के पद पर थे और वर्तमान में सिक्किम में तैनात थे. 4 अक्टूबर को अत्यधिक पानी के बहाव के दौरान कैंप के पास अपनी टीम के साथ ड्यूटी कर रहे थे. इस दौरान तेज बहाव के कारण सज्जन सिंह पानी में बह गए. जिससे उनकी मौत हो गई. उन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगाकर कई लोगों की जान बचाई. उनकी शहादत से पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई है.
सिक्किम में थे तैनात
सज्जन सिंह वर्तमान में सिक्किम में तैनात थे. वह जून माह में करीब एक महिने की छुट्टी पूरी कर अपने गांव से ड्यूटी पर लौटे थे. उन्होंने नवंबर माह में फिर से छुट्टी पर आने की बात अपने परिजनों से कही थी. लेकिन इससे पहले ही सिक्किम में हुई त्रासदी में वह अपनी यूनिट के साथियों के साथ पानी में बह गए थे. शहीद हवलदार सज्जन सिंह के दो लड़के हैं, जिनमें से एक लड़का नीट की तैयारी कर रहा है वही दूसरा नर्सिंग ऑफिसर की तैयारी कर रहा है. दोनों बेटों ने 12वीं कक्षा पास कर रखी है.