Rajasthan News: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है. बारिश के कारण जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. सूरवाल, मच्छीपुरा, शेषा, अजनोटी सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी भर गया है. घरों में पानी घुसने से लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है. सूरवाल बांध में पानी की लगातार आवक से बांध पर चादर चल रही है, जिसके कारण निचले इलाकों में बसे गांव जलमग्न हो गए हैं. कई जगहों पर दो से तीन फीट पानी भरा है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप है.
किसानों की फसलें बर्बाद, सड़कें बंद
लगातार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. खेतों में पानी भरने से फसलें तबाह हो गईं. जडावता गांव में खेतों में गहरी खाइयां बन गईं. बिलोपा तालाब की पाल टूटने से आसपास के गांवों में पानी घुस गया. लालसोट-कोटा मेगा हाइवे पर सूरवाल बांध के ओवरफ्लो का पानी बह रहा है, जिससे हाइवे पर यातायात रुका हुआ है.
बोदल उघाड़ पुलिया, डिडायच रपट, ओलवाड़ा मलारना स्टेशन और भूरीपहाड़ी हाड़ौती बनास रपट पर जलभराव के कारण आवागमन बंद है. टोंक-शिवपुरी हाइवे पर बोदल पुलिया टूटने से भी लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रणथंभौर में रास्ते क्षतिग्रस्त, त्रिनेत्र गणेश मार्ग बंद
रणथंभौर में भारी बारिश ने हालात और बिगाड़ दिए. त्रिनेत्र गणेश मार्ग तेज पानी के बहाव से जगह-जगह टूट गया है. मिश्रदर्रा गौमुखी के पास गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे इस रास्ते पर चलना खतरनाक हो गया है. वन विभाग ने इस मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है.
जिला कलेक्टर काना राम ने 26 से 28 अगस्त तक होने वाले त्रिनेत्र गणेश लक्खी मेले के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से रणथंभौर न आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जब तक बारिश रुकेगी और रास्ते ठीक नहीं होंगे, तब तक यात्रा टाल दें.
प्रशासन अलर्ट, राहत कार्य जारी
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं. जिला कलेक्टर काना राम ने लोगों से पानी वाली जगहों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है. प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचा रहा है. बिजली संकट और जलभराव से जूझ रहे लोगों के लिए राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं.
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