Rajasthan: कृष्ण धाम श्रीसांवलिया सेठ के दानपात्र से निकले चढ़ावे की राशि की गिनती पांच चरणों में पूरी हुई. रुपए के अलावा सोना-चांदी भी चढ़ावे में मिला. लोग अपने कारोबार में श्रीसांवलिया सेठ को पार्टनर बनाते हैं. मनोकामना पूरी होने पर श्रीसांवलिया सेठ के चढ़ावा चढ़ाते हैं. रविवार (1 सितंबर) को चतुर्दशी को श्रीसांवलिया सेठ की राजभोग आरती के बाद मंदिर का दानपात्र खोला गया. लेकिन, श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होने से नोटों की गिनती का काम रोकना पड़ा.
ऑनलाइन चढ़ावा 3 करोड़
अगले दिन अमावस्या पर मासिक मेला होने से नोटों की गिनती नहीं हो सकी. मंगलवार (3 सितंबर) से शुरू हुई नोटों की गिनती अगले पांच दिन तक जारी रही. दानपात्र से कुल 15 करोड़ 92 लाख 88 हज़ार 400 रुपए प्राप्त हुए. इसके अलावा सांवारा सेठ के भक्तों ने ऑनलाइन एवं भेंट कक्ष में 3 करोड़ 52 लाख 55 हज़ार रुपए का चढ़ावा चढ़ाया है. भंडार और भेंट कक्ष से कुल 19 करोड़ 45 लाख 43 हज़ार 400 रुपए प्राप्त हुए हैं.
सोना-चांदी चढ़ावे में आया
भंडार और भेंट कक्ष से 320 ग्राम सोना और 95 किलो 600 ग्राम से अधिक चांदी प्राप्त हुई. भंडार से निकली राशि की गिनती मंदिर मंडल अध्यक्ष और मंदिर मंडल प्रशासन की मौजूदगी में हुई. दान पात्र से निकले पैसों का उपयोग मंदिर के विकास समेत श्रद्धालुओं की सुविधाओं में खर्च किया जाता है.
मंदिर में कॉरिडोर का कराया जा रहा निर्माण
अभी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए कॉरिडोर का निर्माण करवाया जा रहा है. भादसोड़ा से मण्डपिया तक 7 किलोमीटर लम्बी सड़क का चौड़ी करण के साथ फुटपाथ बनाने का काम भी जोरों पर चल रहा है. गोशाला समेत श्रीसांवलिया सेठ मंडपिया क्षेत्र के 16 गांवों में समय-समय पर विकास कार्य करवाएं जाते हैं. यहां मंदिर के दर्शन करने रोजाना हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.