SI Exam Paper Leak Case: पेपर लीक और धांधली के आरोपों से घिरी SI भर्ती परीक्षा 2021 रद्द होगी या नहीं? इसे लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में लगातार सुनवाई जारी है. गुरुवार को इस मामले में लगातार चौथे दिन की सुनवाई हुई. जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ में गुरुवार को हुई सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से अतिरिक्त महाधिवक्ता विज्ञान शाह ने कहा कि हम एसआई भर्ती परीक्षा मामले में फैसला लेने ही वाले थे. लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि मामला अटक गया.
हम फैसला लेने वाले थे, लेकिन तभी मामला कोर्ट में चला गयाः सरकारी वकील
दरअसल सुनवाई के दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता विज्ञान शाह ने कहा, "हम डिसीजन मेकिंग के प्रोसेस में थे. लेकिन सब कुछ सब ज्यूडिश हो गया. यह याचिकाकर्ताओं की वजह से हुआ. हमारी वजह से नहीं. हम एक्शन कैसे लेते. मामला न्यायालय के अधीन हो गया."
'हमारी मंशा साफ थी, सरकार बनते ही एसआईटी गठित की'
विज्ञान शाह ने आगे कहा, "हमारी मंशा साफ थी. नवंबर में सरकार बनी. 16 दिसंबर को एसआईटी गठन के लिए ऑर्डर निकला. इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा क्या थी." उन्होंने आगे कहा कि एसआईटी के लिए वीके सिंह ही क्यों चुने गए? वे टेक्निकल चीजें समझते हैं. अपने बेहतरीन अधिकारियों को चुना गया. उन्हें पर्याप्त संसाधन मुहैया कराए गए.
इस पिटिशन को कौन स्पॉन्सर कर रहा हैः विज्ञान साह
वीके सिंह के चयन प्रक्रिया पर की गई टिप्पणी को लेकर कोर्ट ने पूछा, "इसकी क्या प्रासंगिकता है?" इस पर विज्ञान शाह ने कहा, "क्योंकि सरकार के इंटेंट पर सवाल उठाए गए, इसलिए बताना जरूरी है." इस पिटिशन को स्पॉन्सर कौन कर रहा है? आप गलत मंशा से कोर्ट में आए हैं. आपने जानकारी छिपाई है.
शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन होगी सुनवाई
अगर यह पता चला कि RPSC के सदस्य इन्वॉल्व हैं तो सरकार के लिए जानना जरूरी था कि और कहां कहां गड़बड़ी हुई? हम RPSC के सदस्यों को सस्पेंड नहीं कर सकते. इन सब दलीलों के बीच गुरुवार की सुनवाई समाप्त हो गई. अब इस मामले में शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन की सुनवाई होगी.
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