Rajasthan News: 'राजस्थान मिशन 2030' के तहत शुक्रवार को एनडीटीवी राजस्थान कॉन्क्लेव जालौर शहर में आयोजित किया गया. इस शो के तीसरे सत्र में आई स्टार्ट के मेंटर रौनक सिंघवी और डॉ कनिका सिंगरोहा अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद रहीं. इस दौरान टेक्नोलॉजी पर चर्चा करते हुए रौनक सिंघवी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की योजनाएं युवाओं को स्टार्टअप स्थापित करने में मददगार साबित हो रही हैं. राजस्थान सरकार युवाओं और महिलाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी के तहत, युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए 50 लाख की बैंक गारंटी और 2 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है. जबकि महिलाओं को स्टार्ट अप शुरू करने के लिए 3 करोड़ रुपये तक की फंडिंग की सुविधा दी जा रही है.
कस्टमर बनकर सरकार देती है ऑर्डर
रौनक ने कहा कि राजस्थान की स्टार्ट अप पॉलिसी के अनुसार, सरकार खुद आपका कस्टमर बनती है और 1.5 करोड़ तक के ऑर्डर देती है. उन्होंने कहा कि सरकार स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है, जिनमें से एक है स्टार्टअप एक्सीलरेशन प्रोग्राम. इस प्रोग्राम के तहत, सरकार स्टार्टअप्स को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता प्रदान करती है.
i-Start मुहैया करा रहा प्लेटफॉर्म
कॉन्क्लेव में डॉ कनिका ने कहा कि स्टार्टअप्स शुरू करने की कोई उम्र नहीं है. उन्होंने कहा कि i-Start स्टार्टअप्स के लिए प्लेटफॉर्म दे रहा है, जिसमें युवा और महिलाएं स्टार्टअप के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने स्टार्टअप को शुरू कर सकते हैं. आपको सिर्फ आई स्टार्ट पर जाकर रजिस्टर करना है. उसके बाद कुछ ही समय पर आपके द्वारा दिए गए नंबर पर कॉल आ जाएगी, जिसके बाद ग्राहक प्रतिनिधि आपको आगे की प्रक्रिया के बारे में बताएंगे.
महिलाओं को मिल रही फंडिंग की सुविधा
डॉ कनिका ने कहा कि राजस्थान सरकार स्टार्ट अप्स शुरू करने के लिए महिलाओं को भी 3 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग की सुविधा दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि वे अपने कौशल और उद्यमिता को बढ़ावा दे सकें. राजस्थान सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी के तहत, राज्य में कई स्टार्टअप्स शुरू हुए हैं. इन स्टार्टअप्स ने न केवल रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दिया है.