
Rajasthan Coaching Center: राजस्थान में कई जिले ऐसे हैं जहां कोचिंग का कारोबार खूब चल रहा है. हालांकि कोचिंग सेंटरों की लापरवाही देखने को मिली है, जिससे स्टूडेंट को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. ऐसे में कोचिंग सेंटरों पर सख्ती बरतने के लिए राजस्थान विधानसभा में नया बिल लाया जाएगा. इसकी जानकारी डिप्टी सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने विधानसभा में दी है. बैरवा ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोचिंग सेंटरों पर सख्ती की जाएगी. उन्होंने बताया कि राजस्थान कोचिंग सेंटर कंट्रोल रेगुलेशन बिल” लाया जाएगा, जिससे इन संस्थानों पर नियंत्रण रखा जा सके. उन्होंने कहा कि यह बिल प्रक्रियाधीन है और जल्द ही लागू किया जाएगा.
प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि राज्य की उच्च शिक्षा प्रणाली को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है. शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं बल्कि एक सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत समाज का आधार है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति और नए कॉलेजों की स्थापना
बैरवा ने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है. इस साल 37 नए सरकारी कॉलेजों की स्थापना की गई है. महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 13 नए कन्या महाविद्यालय खोले गए हैं और 12 नए कन्या महाविद्यालय खोलने का प्रस्ताव है. उन्होंने कहा कि पारंपरिक विषयों के साथ तकनीकी विषयों की शिक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है.
रिक्त पदों पर होगी भर्ती
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में 2,600 शिक्षकों के पद रिक्त हैं, जिनमें से 2,500 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में जारी है. उन्होंने बताया कि विद्या संबल योजना के तहत शिक्षकों से शिक्षण कार्य करवाया जा रहा है.
कॉलेजों के बुनियादी ढांचे में सुधार
बैरवा ने बताया कि तीन कॉलेज भवनों का निर्माण पूरा कर लिया गया है और उच्च शिक्षा के बुनियादी ढांचे को लगातार मजबूत किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.
बैरवा ने कहा कि बीजेपी सरकार बनने के बाद अब तक 12 लाख 83 हजार से ज्यादा उपाधियां और 12 लाख 80 हजार से ज्यादा पदक प्रदान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.