![जयपुर में सफाई कर्मियों की हड़ताल समाप्त, खुद झाडू लगाकर मेयर ने पढ़ाया स्वच्छता का पाठ जयपुर में सफाई कर्मियों की हड़ताल समाप्त, खुद झाडू लगाकर मेयर ने पढ़ाया स्वच्छता का पाठ](https://c.ndtvimg.com/2024-03/6527clfo_somya-gurjar_625x300_16_March_24.png?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: राजस्थान में सफाई कर्मचारियों की चल रही हड़ताल अब समाप्त हो चुकी है. सफाई कर्मी और सरकार के बीच 5 बिंदुओं पर सहमति बन गई है. इसी बीच जयपुर नगर निगम ग्रेटर महापौर डॉ सौम्या गुर्जर शनिवार को घूमो जयपुर अभियान के तहत अल्बर्ट हॉल पहुंची. उन्होंने वहां मौजूद लोगों, सामाजिक संगठनों और अन्य प्रबुद्ध लोगों के साथ हाथ में झाड़ू थाम कर आसपास साफ सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारी जिम्मेदारी है, इसलिए इसमें हर नागरिक की भागीदारी होनी चाहिए.
बच्चो को पढ़ाया स्वच्छता का पाठ
इसके साथ ही उन्होंने वहां मौजूद बच्चों को भी स्वच्छता का पाठ पढ़ाया. उन्होंने गीले, सुखे कचरे के पृथक्करण के बारे में नीले और हरे डस्टबिन के माध्यम से एक्टिविटी करवाई. साथ ही बच्चों को नीले और हरे रंग के डस्टबिन के माध्यम से गीले और सुखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालने की सीख दी. महापौर ने आमजन को भी नीले और हरे रंग के डस्टबिन वितरित किए.
मीडिया से बातचीत करते हुए जयपुर ग्रेटर की मेयर ने बताया कि पेड़, पानी, पर्यावरण, प्रकृति और पृथ्वी को बचाने के लिए जल जंगल जमीन और जलवायु का संरक्षण करना होगा.
घूमों जयपुर - ढूंढो विरासत, पहल का मूल उद्द्येश आम लोगों को जोड़कर स्वच्छता और प्रकृति पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है. इसकी शुरुआत हमको अपने घर से करनी होगी.
ग्रीन जयपुर - क्लीन जयपुर, के मिशन को सफल बनाने के लिए हम सबको ज़िम्मेदारी निभानी होगी. मेयर ने कहा कि अपना जयपुर अपनी ज़िम्मेदारी है.
अल्बर्ट हॉल के नाम बदलने के सुझाव
अल्बर्ट हॉल पर हुए इस कार्यक्रम में विकास समितियों, सामाजिक संगठनों और अन्य प्रबुद्ध लोगों ने भी भाग लिया. जिसमें उन्होंने महापौर को अल्बर्ट हॉल का नाम राम दरबार, राम हाल ,पृथ्वीराज कच्छावा आदि के नाम पर रखने के सुझाव दिए. इस पर महापौर ने उन सुझावों पर विचार कर आगे कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
इन पांच बिन्दुओं पर बनी सहमति
1- मस्टरोल के आधार पर होगी भर्ती
2- बाल्मिकी समाज को भर्ती में वरीयता
3- कोर्ट में लंबित केस में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने पर सहमति
4- आंदोलन कर रहे कर्मियों पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होगी
5- भर्ती प्रक्रिया पर आचार संहिता का असर नहीं पड़ेगा
ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव: क्या पिछला प्रदर्शन दोहरा पाएगी भाजपा? राजस्थान में 'डबल इंजन' की सरकार के सामने ये हैं चुनौतियां