Rajasthan News: भारत के सांस्कृतिक मूल्यों और पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नार्ली ट्रूप ग्लोबल फेडरेशन की और से "पधारो म्हारे देश" शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. विश्व पर्यटन दिवस पर 27 और 28 सितंबर को गुलाबी नगरी जयपुर में होने वाले 2 दिवसीय कार्यक्रम का गुरुवार को पोस्टर डॉ. आचार्य लवभूषण ने लॉन्च किया.
नार्ली ट्रूप ग्लोबल फेडरेशन की सांस्कृतिक सचिव डॉ मनीषा सिंह ने बताया कि नार्ली ट्रूप अंतर्राष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन का दृष्टिकोण 4C यानी जलवायु, समुदाय, संस्कृति और सहयोग पर आधारित है. नारली ट्रूप ग्लोबल फेडरेशन के तहत 12 मार्च, 2024 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से "पधारो म्हारे देश-भारत" अभियान का शुभारंभ किया गया है. इस 2 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य आयोजन 27 सितंबर, 2024 (विश्व पर्यटन दिवस) - 28 सितंबर, 2024 को जयपुर में किया जाएगा.
"पधारो म्हारो देश भारत" के लिए आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा. साथ ही भारत में विभिन्न देशों के दूतावासों के राजदूतों, भारत के सभी राज्यों के सांस्कृतिक और पर्यटन मंत्रियों, कॉर्पोरेट घरानों के सीईओ और अंतर्राष्ट्रीय स्कूल प्रबंधन को "पधारो म्हारो देश भारत" अभियान का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है.
पहल विश्व एकता और शांति का देगी संदेश
नार्ली ट्रूप के संस्थापक अमरजीत नारली ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत के समृद्ध गौरवशाली इतिहास और प्राचीनतम ऐतिहासिक धरोहर संरक्षण, भारतीय परंपराएं, रीति रिवाज, खान-पान, वेशभूषा, भारतीय संगीत, नृत्य, शास्त्र, आयुर्वेद पद्धति, कला और कौशल के साथ साथ भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से संपूर्ण विश्व को सराबोर करना है. नार्ली ट्रूप ग्लोबल फेडरेशन की यह पहल विश्व में भारत की ओर से एकता और शांति का संदेश देगी.
दीया कुमारी ने बनाया अभियान का राजदूत
नार्ली ट्रूप के जयश्री खंगारोत ने बताया कि इस संबंध में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी से राष्ट्रीय सांस्कृतिक संवर्धन बातचीत की गई है. उन्होंने घोषणा करते हुए सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज को मुख्य संरक्षक और गोपिकाश्री को इस अभियान का राजदूत बनाया. जबकि डॉ. आचार्य लवभूषण जी को नार्ली ट्रूप ग्लोबल फेडरेशन से बड़ी जिम्मेदारी मिली है.