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Exclusive: RCA में करोड़ों के घोटाले की कहानी, एडहॉक कमेटी की FIR में 3 नाम जिन्होंने रची पूरी साजिश

एडहॉक कमेटी के अध्यक्ष विधायक जयदीप बिहानी ने बताया कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी सचिव भवानी शंकर सामोता, रामपाल शर्मा, राजेश भड़ाना और अन्य पदाधिकारियों ने अपने चहेते व्यक्तियो, फर्मों, कंपनियों को विभिन्न प्रकार के ठेके दिये गये, जिसमें न तो टेण्डर प्रक्रिया उचित रूप से अपनाई गई और ना ही न ही फर्म कम्पनी के अनुभव एवं कार्य क्षेत्र का ध्यान रखा गया.

Exclusive: RCA में करोड़ों के घोटाले की कहानी, एडहॉक कमेटी की FIR में 3 नाम जिन्होंने रची पूरी साजिश

Vaibhav Gehlot News: RCA के पूर्व अध्यक्ष वैभव गहलोत की कार्यकारणी के कार्यकाल को लेकर जांच कर रही एडहॉक कमेटी की रिपोर्ट में भारी गड़बड़ियां सामने आयी हैं. कमेटी की ओर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के तीन पूर्व पदाधिकारियो के ख़िलाफ़ करोड़ों की राशि गबन करने के आरोप में दर्ज मुकदमें की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. 

आरसीए के 2022 से 2024 तक के कार्यकाल की जांच के दौरान सामने आया है कि भवानी शंकर सामोता, रामपाल शर्मा और राजेश भड़ाना ने सुनियोजित षडयन्त्र के तहत रिकॉर्ड में हेरा-फेरी की और फर्जी रिकॉर्ड तैयार करवाया. आरसीए के महत्वपूर्ण साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ की गई उसे नष्ट करने का भी प्रयास किया. 

एडहॉक कमेटी के अध्यक्ष विधायक जयदीप बिहानी ने बताया कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी सचिव भवानी शंकर सामोता, रामपाल शर्मा, राजेश भड़ाना और अन्य पदाधिकारियों ने अपने चहेते व्यक्तियो, फर्मों, कंपनियों को विभिन्न प्रकार के ठेके दिये गये, जिसमें न तो टेण्डर प्रक्रिया उचित रूप से अपनाई गई और ना ही न ही फर्म कम्पनी के अनुभव एवं कार्य क्षेत्र का ध्यान रखा गया. इन्होंने अपनी मनमर्जी अनुसार करोड़ो रूपयो की राशि का अवैध भुगतान किया. कई ठेकेदारो और कम्पनियो से मिलीभगत कर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को भारी वित्तीय नुकसान पहुँचाया है.

एडहॉक कमेटी की जांच रिपोर्ट में हुए ये पांच चौंकाने वाले ख़ुलासे

1. कमेटी की जांच रिपोर्ट के मुताबिक़ चकदे एन्टरप्राईजेज प्रा.लि. को कूटरचित बिल के आधार पर 1,41,60,000 रूपये का भुगतान बिजनस कन्सलटेन्सी सर्विस के रूप में किया गया. जबकि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन किसी प्रकार का व्यापार करने के लिए अधिकृत नहीं है. चकदे एन्टरप्राईजेज प्रा.लि. कम्पनी कपड़े का व्यापार करती है, जबकि उसे बिजनस कन्सलटेन्सी का ठेका देकर करोड़ो रूपयो की राशि का आपराधिक दुविनियोग किया गया.

एक अन्य कम्पनी हरदयाल कन्स्ट्रक्शन एण्ड प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को भारत बनाम न्यूजीलैण्ड मैच में सवाई मानसिंह स्टेडियम के रिनोवेशन, रिपेयर तथा इवेन्ट मैनेजमेन्ट का ठेका दिया गया. जबकि पहले तो निविदा आमंत्रित की गई उसके बाद निविदा प्रक्रिया को दरकिनार कर मनमर्जी से अपनी चहेती कम्पनी हरदयाल कन्स्ट्रक्शन एण्ड प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ मिलीभगत करते हुए ठेका देकर करोड़ रूपये का भुगतान किया गया. 

2. हरदयाल कन्स्ट्रक्शन एण्ड प्रोजेक्ट्स लिमिटेड वास्तविकता में सड़क निर्माण का कार्य करती है. ऐसी फर्म को कैटेरिंग, टेन्ट की व्यवस्थाओं के लिए मात्र 10 दिनो में 5,30,00,000 रूपये की राशि का अवैध भुगतान किया गया. भवानी शंकर सामोता, रामपाल शर्मा और राजेश भड़ाना ने राजस्थान प्रीमियर लीग आरपीएल का आयोजन किया था. जिसमें स्पॉन्शरशिप राशि के रूप में 6 कम्पनियों से 1,75,00,000 रूपये की राशि का भुगतान किया जाना था लेकिन ये राशि आरसीए को प्राप्त नही हुई. इसके बावजूद भी आरपीएल में कुल लगभग 25 करोड़ रूपये की भारी राशि मनचाही फर्मो कम्पनियो को भुगतान कर अनावश्यक रूप से व्यय की गई.

इसके अलावा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की राशि जो खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए उपयोग में ली जानी थी उसका भी दुरूपयोग किया गया है.  भवानी शंकर सामोता ने राजस्थान प्रीमियर लीग का आयोजन कर आपराधिक षडयंत्र रचकर Sports Excel फर्म को करोड़ों रुपयों की राशि का भुगतान किया जबकि फर्म को को वर्कआर्डर जारी किया गया था, परन्तु उस समय Sports Excel फर्म जीएसटी विभाग में रजिस्टर्ड नहीं थी. भवानी शंकर सामोता और अन्य व्यक्तियो ने विनायक इन्फोटेक नामक फर्म को फर्जी बिलो के आधार पर LED Work संबंधी अवैध रूप से भुगतान किया गया है. 

3. एक अन्य फर्म अतुल पब्लिसिटी से मिलीभगत कर फर्जी बिलों के आधार पर भुगतान प्राप्त किया गया है. अतुल पब्लिसिटी फर्म, जोकि एक एडवटाईजिंग एजेन्सी है, जिसे लाईव ओटीटी ब्रोडकास्ट एवं प्रोडक्शन सर्विसेज का कार्य देकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को 6.70 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया है.

4. जयपुर कन्स्ट्रक्शन फर्म, आर्किटेक्ट फर्म मेहता एण्ड एसोसिएट्स, मैसर्स संचार इन्फ्राटेक के साथ भी मिलीभगत कर अवैध रूप से करोड़ो रूपयो की राशि का भुगतान किया है. मैसर्स संचार इन्फ्राटेक लि. को क्रिकेट पिच निर्माण की निविदा दी गई, लेकिन फर्म रियल एस्टेट का कार्य करती है और पिच निर्माण का कोई अनुभव उक्त फर्म को प्राप्त नहीं है. फर्म को लगभग 3.65 करोड़ रूपयो की राशि का भुगतान किया गया है. 

5. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चौंप, जयपुर में नये स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया. जिसके लिए 21 जुलाई 2021 को निविदा जारी की गई और अंतिम तिथि दिनांक 28 सितंबर 2021 रखी गई. निविदा भवानी शंकर सामोता, रामपाल शर्मा, राजेश भड़ाना, तत्कालीन अध्यक्ष अन्य पदाधिकारियों ने अपनी मनचाही फर्म को देने की मंशा थी, इसलिए निविदा जमा कराने की अंतिम डेट के बाद भी सोची-समझी साजिश के तहत तिथि को बढाया गया, जिससे डीबी प्रोजेक्ट्स लि. की निविदा प्राप्त हो सके. बाद में उस फर्म को ही ठेका जारी किया गया.

निविदा की अंतिम तिथि से पूर्व देश की नामी कन्स्ट्रक्शन कम्पनियों LT, TATA Projects केनिविदा फॉर्म खरीदे जा चुके थे, परन्तु इसके बावजूद डीबी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को ठेका देने की मंशा से सारी प्रक्रिया में बदलाव कर ठेका दिया गया. कम्पनी को लगभग 160 करोड़ रूपयों की राशि का भुगतान किया जा चुका है, जबकि रिकॉर्ड के अनुसार फर्म केवल 153 करोड़ रूपयो की राशि के बिल ही प्रस्तुत किये गये है. जो बिल फर्म के जारी किये गये है, उनका भुगतान बिना भौतिक सत्यापन और फर्जकारी करते हुए किया गया है.

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