
Rajasthan News: राजस्थान की सियासत में अब सरकार और विपक्ष के बीच सीधे आमने-सामने बहस की चुनौती गूंज रही है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के “डेढ़ साल बनाम पांच साल” के कार्यकाल की तुलना वाले बयान पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पलटवार करते हुए चैलेंज स्वीकार कर लिया है. नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में पूछे गए सवालों का जवाब तक नहीं दे पाए और अब डेढ़ साल और पांच साल की तुलना की चुनौती दे रहे हैं.
'जनता के सामने साफ हो जाएगा'
जूली ने कहा कि सीएम साहब हम आपका चैलेंज स्वीकार करते हैं. आप समय, तारीख और जगह तय कर लें. जनता के सामने सब कुछ साफ हो जाएगा. जूली ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार जनता से जुड़े सवालों से भाग रही है और मुद्दों पर बात करने की बजाय तुलना और प्रचार की राजनीति कर रही है.
मैं माननीय मुख्यमंत्री जी का सम्मान करता हूँ।
— Tika Ram Jully (@TikaRamJullyINC) June 25, 2025
मुख्यमंत्री जी ने कहा है की कांग्रेस के शासन में और अब भाजपा के शासन में वो डिबेट करना चाहते है, हमे उनकी डिबेट मंजूर है l
मुझे इस बात से बड़ी खुशी हुई कि मुख्यमंत्री जी जनता के सामने डिबेट करना चाहते हैं l
राजनीति के अंदर डिबेट… pic.twitter.com/oy4TUJCrdw
सीएम ने कांग्रेस को दिया था बहस का चैलेंज
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक दिन पहले भाजपा दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि कांग्रेस सरकार के पांच साल और भाजपा सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल की तुलना जनता के सामने रखी जानी चाहिए. उन्होंने कांग्रेस को खुली बहस की चुनौती दी थी. इसके बाद विपक्ष ने सीएम के बयान पर सियासी मोर्चा खोल दिया है और सीधी बहस की चुनौती को सार्वजनिक मंच पर ले जाने की बात कही है.
डोटासरा ने कहा- पहले ट्वीट करना तो ठीक से सीख लें
सीएम के बहस की चुनौती पर सबसे पहले पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार को किया था. अब नेता प्रतिपक्ष ने सीएम को बहस करने के लिए आमंत्रित किया है. डोटासरा ने सीएम के बहस की चुनौती पर पलटवार करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री भजनलाल कहते हैं कि उन्होंने डेढ़ साल में वो काम कर दिए जो कांग्रेस पांच साल में नहीं कर पाई और अब ट्विटर पर मुकाबला करने की बात करते हैं. पहले ट्वीट करना तो ठीक से सीख लें, फिर बहस करें. 11 साल में मोदी सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया.
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