
Tonk News: मेले हमारी संस्कृति और पहचान हैं. यह हमेशा से मनोरंजन का केंद्र रहे हैं लेकिन राजस्थान के टोंक जिले में एक ऐसा मेला लगता है जिसमें शादी के रिश्ते तय होते हैं. यह मेला कोली समुदाय द्वारा आयोजित किया जाता है. जिसे शिव मेला कहा जाता है. राजस्थान के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी लोग यहां महादेवली मंदिर में दर्शन करने आते हैं. साथ ही इस मेले में लड़के-लड़कियों के विवाह संबंध भी तय कर जाते हैं. यह परंपरा यहां सालों से चली आ रही है.
बुधवार से शुरू हुआ कोली समाज पारंपरिक मेला
टोंक जिला मुख्यालय पर बुधवार से शुरू हुआ कोली समाज का पारंपरिक मेला आज भी अपनी खास पहचान रखता है. इसे बेटे-बेटियों की शादी तय करने वाले मेले के रूप में भी जाना जाता है. इस मेले में प्रदेश के कई जिलों के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग शामिल हुए. यह मेला सामाजिक परंपराओं के आधार पर विवाह योग्य युवक-युवतियों के रिश्ते तय करने के लिए जाना जाता है.
समाज के विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के बीच तय रिश्ते
अखिल भारतीय कोली समाज और कोली समाज विकास समिति टोंक के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया. मेले की शुरुआत शहर के प्राचीन महादेवली मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ हुई.इसमें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गई. इसके अलावा समाज के विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के रिश्ते भी तय किए गए. इस मेले प्रदेश के कई जिलों के साथ ही इंदोर, अहमदबाद, दिल्ली, चंडीगढ़, दाहोद, श्योपुर आदि जगहों से भी समाज बंधुओं ने भाग लिया.

मेले में उमड़ा कोली समाज
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युवक-युवतियों के रिश्ते तय करने की है परंपरा
मेले को लेकर जिला अध्यक्ष लेखराज महावर ने बताया कि कई पीढ़ियों से परंपरा के अनुसार इसका आयोजन होता आ रहा है. मेले में युवक-युवतियों के विवाह संबंध तय करने से लेकर चर्चा करने और समाज की झोली भरने की परंपरा रही. साथ ही समाज में बाल विवाह और मृत्युभोज बंद करने और बालिका शिक्षा पर जोर देने की बात कही गई. अन्य कुरीतियों को दूर करने का भी निर्णय लिया गया. मेले में छाया, पानी, झूले और बच्चों के खिलौनों की दुकानों की व्यवस्था की गई. प्रशासन, पुलिस और नगर परिषद की ओर से पुख्ता इंतजाम रहे.
ये रहे मौजूद
कोली समाज के इस मेले में महादेव वाली मेला आयोजन समिति अध्यक्ष के अध्यक्ष पूर्व पार्षद पंकज महावर का माला पहनाकर अभिनंदन किया गया. इस दौरान कोली समाज विकास समिति अध्यक्ष हेमंत बुंदेल, अभाकोस जिला महामंत्री हीरालाल महावर, जसवंत महावर, सीएम महावर, कंवरीलाल पटेल, महावीर बंशी, भगवानदास, कैलाश महावर, दिनेश, रिंकू शिवगंगा, बुद्धिप्रकाश, चंद्रप्रकाश पटेल, पूरण चाकसू, मागीलाल, रामस्वरुप, बाबूलाल सहित कई पदाधिकारी व समाज के काफी संख्या महिला-पुरुष व बच्चें मेले में शामिल हुए.
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