Rajasthan Municipal Elections: राजस्थान में इस साल पंचायत और नगर निकाय चुनावों का इंतज़ार किया जा रहा है. इस साल 18 अगस्त को राजस्थान हाई कोर्ट ने सरकार को जल्द से जल्द निकाय चुनाव करवाने के निर्देश दिए थे. इसके बाद से लगातार चुनाव की तारीखों को लेकर खबरें और बयान आ रहे हैं. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाती रही है कि सरकार जान-बूझकर चुनाव करवाने से कतरा रही है. लेकिन भजनलाल शर्मा सरकार की ओर से लगातार कहा जा रहा था कि निकाय चुनाव इसी साल आयोजित होंगे. हालांकि अब राजस्थान के शहरी विकास और आवास मंत्री (यूडीएच मंत्री) झाबर सिंह खर्रा ने एक नया बयान दिया है जिससे स्पष्ट हो गया है कि निकाय चुनाव इस वर्ष नहीं हो सकेंगे.
UDH मंत्री ने बताया कब हो सकेंगे निकाय चुनाव
शनिवार, 13 सितंबर को झुंझुनूं के दौरे पर आए यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने पत्रकारों से बात करते हुए इस साल निकाय चुनाव करवाने में आ रही चुनौतियों का जिक्र किया. मंत्री खर्रा ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस वर्ष नवंबर तक मतदाता सूची तैयार करने का कार्यक्रम जारी कर दिया है. इसके अलावा, राज्य ओबीसी आयोग ने भी तीन माह में ओबीसी के डाटा एकत्र कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए लिखा है.
खर्रा ने कहा,"हम उम्मीद करते हैं कि नवंबर के अंत तक या दिसंबर के पहले पखवाड़े तक ये कार्रवाई पूरी हो जाएगी, और ओबीसी के आंकड़े आ जाएंगे. ओबीसी आयोग की रिपोर्ट आने के बाद वार्डों तथा निकाय प्रमुखों के आरक्षण की लॉटरी निकाली जाएगी. यह कार्यक्रम दिसंबर के पहले पखवाड़े तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद 10- 15 दिसंबर तक हम राज्य निर्वाचन आयोग को जनवरी में एक राज्य एक चुनाव के तहत चुनाव के लिए अनुरोध करेंगे."
निकाय 312, लेकिन चुनाव होंगे 309 पर
यूडीएच मंत्री ने बताया कि वर्तमान में 312 नगर निकाय हैं, लेकिन चुनाव 309 निकायों के लिए आयोजित होंगे. जयपुर, जोधपुर और कोटा में पिछली सरकार ने दो-दो नगर निगम बनाए थे, जिनमें से एक-एक ख़त्म हो गए हैं. इस वजह से अगली बार जब नगर निकाय चुनाव होंगे तो 309 निकायों में एक साथ चुनाव करवाए जाएंगे.
मंत्री ने साथ ही बताया कि निकाय प्रमुखों का चुनाव सीधा हो या फिर पार्षदों के द्वारा करवाया जाए, इसे लेकर भी राय ली जा रही है.
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