
Rajasthan News: राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने रविवार को सीकर (Sikar) पहुंचकर भजनलाल सरकार की शिक्षा नीतियों और मंत्रियों पर तीखा हमला बोला. उन्होंने झालावाड़ स्कूल हादसे (Jhalawar School Collapse) में मरने वाले 7 बच्चों की संवेदनहीन तस्वीर पेश करने पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) पर भी तल्ख टिप्पणियां कीं. बाद में गोविंद सिंह डोटासरा के बयान के बाद जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने बयानों पर पलटवार किया है.
'सिर्फ कांग्रेस की योजनाओं की समीक्षा करा रही सरकार'
डोटासरा ने कहा कि स्वतंत्रता के 70 साल बाद भी कैसे इस तरह की घटना हो सकती हैं? यह पूरे सरकारी सिस्टम की शर्मनाक विफलता है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि RTI कानून के बाद सरकारी स्कूल सुधरे, लेकिन वर्तमान में सरकार सिर्फ कांग्रेस राज की योजनाओं की समीक्षा रही है. निजी योजनाओं पर ध्यान देने के बजाय, स्कूलों की मरम्मत, इन्फ्रास्ट्रक्चर और एक्जामीनेशन सिस्टम पर कोई काम नहीं हुआ.
'शिक्षा मंत्री राजस्थान के लिए ठीक नहीं'
डोटासरा ने मदन दिलावर पर हमला बोलते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री सिर्फ युवा बयानबाजी कर रहे हैं, संवेदना नहीं दिखा रहे. बच्चों की मौत के बाद फूल और माला लेकर स्वागत करना, जब तक जिम्मेदारी तय न हो वह संवेदनहीनता है. डोटासरा ने यह भी कहा कि 7 बच्चों की मौत के इस हादसे को हत्या कहना चाहिए और इस तरह के मंत्री राजस्थान के लिए ठीक नहीं हैं.
'मुख्यमंत्री निर्णय लेने की स्थिति में नहीं'
डोटासरा ने आगे कहा, 'मदन दिलावर हादसे की जिम्मेदारी ले रहे हैं. क्या मुख्यमंत्री भी कोई फैसला लेंगे? सीएम भजनलाल खुद भी निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है. वे पर्ची मिलने के बाद ही तय कर पाएंगे. अगर पर्ची नहीं आएगी तो कुछ नहीं कर पाएंगे. यह जो सिस्टम चल रहा है वह खराब है. कहने को डबल इंजन की सरकार है.'
'वसुंधरा ने इशारा किया इसीलिए नहीं आए सीएम'
डोटासरा ने सीएम के झालावाड़ नहीं जाने पर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, 'वसुंधरा राजे ने इशारा कर दिया तो भजनलाल शर्मा हादसे वाली जगह भी नहीं जा पा रहे हैं. मुख्यमंत्री को पहले वहां जाना चाहिए था, लेकिन वे उनका प्रोग्राम अचानक कैंसिल हो गया. वो एक छोटे से ग्राम पंचायत में पौधा लगाने आ रहे हैं, लेकिन पिपलोदी नहीं जा रहे हैं. पहले उनको वहां जाना चाहिए था.
'किरोड़ी लाल मीणा को माफी मांगनी चाहिए'
एसआई भर्ती विवाद जैसी गंभीर घटना के दौरान भी, किरोड़ी लाल मीणा केवल बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहे. डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा, 'किरोड़ी लाल मीणा, आपके पंख काटे गए हैं. अब आप उड़ नहीं सकते. पहले बड़े-बड़े वादे होंगे, लेकिन अब कुछ काम नहीं हो पा रहा. कभी अर्मानों से माफी मांगो या फिर बच्चों से!'
सुरेश रावत ने डोटासरा पर किया पलटवार
डोटासरा के शिक्षा मंत्री को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए सुरेश रावत ने कहा कि डोटासरा रोज अखबार में छपने की चिंता में रहते हैं, इसलिए मनगढ़ंत बातें करते हैं. रावत ने यहां तक कह दिया कि जब किसी को रोज कुछ न कुछ बोलने की आदत हो जाए, तो उसके बयानों पर कुछ कहना भी बेमानी है. उन्होंने विपक्ष की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकतंत्र में आलोचना ज़रूरी है, लेकिन रोज़ उल्टी-सीधी बातें करना ठीक नहीं है. डोटासरा ने हाल ही में शिक्षा मंत्री के कामकाज पर सवाल खड़े किए थे, जिस पर यह प्रतिक्रिया आई है.
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