IAS Saumya Jha: राजस्थान कैडर की IAS सौम्या झा देवली उनियारा के समरावता में हिंसा के बाद चर्चा में आ गईं. सौम्या झा टोंक की जिला कलेक्टर हैं. 13 नवंबर को देवली उनियारा में उप-चुनाव का मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था. पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस की गाड़ियों को फूंक दिया. एक दिन बाद 14 नवंबर को हाईवे जाम कर दिया. कलेक्टर सौम्या झा पर सवाल उठ रहे हैं. कलेक्टर इतनी बड़ी घटना को क्यों नहीं रोक पाई.
लोग कलेक्टर सौम्या झा को जिम्मेदार ठहरा रहे
सोशल मीडिया पर लोग कलेक्टर सौम्या झा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि लोगों ने मतदान का बहिष्कार करके धरने पर बैठे गए थे. कलेक्टर को मौके पर बुलाने पर अड़े रहे. उस समय कलेक्टर गांव क्यों नहीं गईं. कलेक्टर सौम्या झा समरावता गांव पहुंचकर गांव वालों से बात करके मांगों पर आश्वासन देकर समझा सकती थीं. लेकिन मौके पर नहीं गईं.
IAS टीना डाबी से कर रहे तुलना
लोग सोशल मीडिया पर IAS टीना डाबी से तुलनता कर रहे हैं. लोग लिख रहे हैं कि टीना डाबी भी कलेक्टर हैं, जो अपने काम से पूरे राजस्थान में वाहवाही लूट रही हैं. सौम्या झा भी कलेक्टर हैं. लेकिन, देवली उनियारा के समरावता में आगजनी और पथराव को रोक नहीं पाईं. पुलिस की गाड़ियां फूंक दी गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया. लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि सौम्या झा भी टीना डाबी की तरह होतीं और लोगों के बीच जाकर समझाती और उनकी मांगों को सुनतीं तो शायद हिंसा नहीं होती.
MP की रहने वाली हैं टीना डाबी और सौम्या झा
टीना डाबी और सौम्या झा एमपी की रहने वाली हैं. दोनों ही राजस्थान कैडर की IAS हैं. टीना डाबी 2016 बैच की IAS अफसर हैं और सौम्या झा 2017 बैच की आईएएस हैं. टीना अपने बैच की टॉपर (फर्स्ट रैंक) हैं. सौम्या ने 58वीं रैंक हासिल की थीं. दोनों की उम्र भी 34 साल के आसपास है. टीना का जन्म 9 नवंबर 1993 में हुआ था और सौम्या झा का जन्म 8 जून 1993 को हुआ था. टीना डाबी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं.
सौम्या पहली बार टोंक की कलेक्टर बनीं
टीना डाबी पहली बार जैसलमेर की कलेक्टर बनी तो लोकप्रिय हो गई थीं. वर्तमान में बाड़मेर की कलेक्टर हैं. सौम्या झा पहली बार कलेक्टर बनी हैं. जनवरी 2024 में उन्हें टोंक का कलेक्टर बनाया गया था. दोनों हमउम्र भी हैं.
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