चुनावी मौसम है कुर्सी की लड़ाई शुरू हो चुकी है, लेकिन झुंझुनूं में नेता ही नहीं, बल्कि अधिकारी भी कुर्सी की लड़ाई में मशगूल हैं.मामला सीएमएचओ कार्यालय से जुड़ा हुआ है, जहां सोमवार को पर दो-दो सीएमएचओ कार्यालय में पहुंच गए. समस्या यह हुई कि पहले से तैनात सीएमएचओ के स्थानांतरण से पहले नए सीएमएचओ ने पदभार ग्रहण कर लिया. अब दो सीएमएचओ की लड़ाई में कर्मचारी परेशान है. वे किसे अधिकारी को सीएमएचओ मानें, यह समस्या खड़ी हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक झुंझुनू में पहले से तैनात डॉ. डांगी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट ने सीएमएचओ का कार्यभार संभालने के आदेश जारी कर दिए है. डॉ. डांगी शनिवार को छुट्टी के दिन कार्यालय पहुंचे और कार्यभार ग्रहण कर लिया. सोमवार को कार्यालय खुला तो डॉ. डांगी से पहले डॉ. छोटेलाल गुर्जर कार्यालय में पहुंच गए और कुर्सी संभाल ली.
डा. छोटेलाल गुर्जर के कार्यभार संभालने पर डा. डांगी पास ही एक कमरे में अपना काम काज शुरू कर दिया. दोनों सीएमएचओ के अपने अपने तर्क है. डा छोटेलाल गुर्जर का तर्क है कि उन्हें सरकार ने ना तो हटाया है और ना ही ऐसा कोई आदेश दिया है कि डॉ. डांगी को कार्यभार दिया जाए इसलिए वे अपना काम कर रहे है.
बताया जा रहा है सोमवार को दोनों अधिकारियों के बीच झुंझुनूं कार्यालय में नोकझौक भी हुई. डॉ. गुर्जर ने डॉ. डांगी से कहा कि जब तक उनके पास डीडीओ पॉवर है तब तक वे काम करेंगे. यदि निदेशालय डॉ. डांगी को डीडीओ पॉवर दे देता है तो वे सरकार द्वारा जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे संभालेंगे.
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