![Rajasthan School Holiday: राजस्थान के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों में 11 अप्रैल को रहेगा अवकाश, जारी हुए आदेश Rajasthan School Holiday: राजस्थान के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों में 11 अप्रैल को रहेगा अवकाश, जारी हुए आदेश](https://c.ndtvimg.com/2024-04/muo4s6hg_school-holiday_625x300_04_April_24.jpg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जयन्ती (Mahatma Phule Jayanti) के अवसर पर अवकाश (Holiday) की घोषणा की गई है. इसके लिए पहले शिक्षा विभाग के वार्षिक कैलेन्डर में फेर बदल किया गया और उसके बाद इस सम्बन्ध में आदेश जारी किए गए हैं. डायरेक्टर एजुकेशन, सीनियर सैकेन्डरी आशीष मोदी की ओर से जारी इस आदेश के मुताबिक, अब 11 अप्रैल को सरकारी और प्राइवेट दोनों ही स्कूलों में छुट्टी होगी.
टीचर्स और अन्य स्टाफ की भी छुट्टी
यह छुट्टी सिर्फ स्टूडेन्ट्स के लिए ही नहीं, बल्कि स्कूलों में पोस्टेड टीचर्स और दूसरे स्टाफ के लिए भी होगी. शिक्षा विभाग के कैलेन्डर शिविरा में इस छुट्टी के लिए ख़ास तौर से फेर बदल किया गया है. शिविरा पंचांग में पहले इस छुट्टी के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी. ऐसे में पूरे राज्य के स्कूलों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी. अब राज्य सरकार के आदेश पर शिक्षा विभाग ने स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी है. हालांकि यह आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी हुए हैं. लेकिन ये आदेश प्रदेश के सभी प्राथमिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा से जुड़े सभी स्कूलों पर भी लागू होंगे.
ओबीसी वोटर्स को साधने की कोशिश
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत राजस्थान में 19 अप्रैल को चुनाव होना है और ऐसे में अचानक ज्योतिबा फुले जयन्ती पर अवकाश की घोषणा होना राज्य सरकार का एक चुनावी कदम भी है. ताकि, ओबीसी वोट बैंक को साधा जा सके. वहीं 10 या 11 अप्रैल को ईद का त्योहार भी हो सकता है. अगर 10 को ईद मनाई जाती है तो राज्य कर्मचारियों को 2 छुट्टियों का फाएदा मिल जाएगा. वरना 11 को ईद होने पर एक ही छुट्टी होगी.
सत्र से पहले जारी होता है होलीडे कैलेंडर
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के कैलेन्डर में सत्र शुरू होने से पहले छुट्टियों का निर्धारण हो जाता है. उसके बाद इसमें तब्दीली के बहुत कम चान्स होते हैं. लेकिन कई बार अचानक कोई आदेश केन्द्र या राज्य सरकार की तरफ से आ जाने पर ही उसमें तब्दीली होती है. शिक्षा विभाग का कैलेन्डर शिविरा के नाम से जाना जाता है और राज्य भर के स्कूल और विभाग का स्टाफ इसी को फॉलो करता है.
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