अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) अनुष्ठान में शामिल होने के बाद कहा कि यह पल 500 वर्ष के इंतजार के बाद आया है. मंदिर वहीं बना है, जहां का संकल्प किया था. उन्होंने कहा कि आज भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम प्रतीत हो रहा है. हर मार्ग श्रीराम जन्मभूमि की तरफ आ रहा है. हर जीभ राम-राम जप रही है. पूरा राष्ट्र राममय है. ऐसा लगता है, हम त्रेता युग में आ गए हैं. राम मंदिर बनाने के लिए संतों सन्यासियों पुजारियों, नागाओं, निहंगों, बुद्धिजीवियों, राजनेताओं सभी समाज के लोगों ने खुद को समर्पित कर दिया.