नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के डेटाबेस में अवैध नामों, अवास्तविक जन्मतिथियों, नकली स्वास्थ्य पहचान पत्रों और अवास्तविक परिवार आकार समेत कई विसंगतियों को उजगार किया है. मंगलवार को पेश की गयी कैग रिपोर्ट में बताया गया है कि अपात्र परिवार पीएमजेएवाई लाभार्थी के रूप में पंजीकृत पाये गये हैं तथा उन्होंने इस योजना के तहत 0.12 लाख से 22.44 करोड़ रुपये तक के लाभ लिये हैं.